लखनऊ। मायावती पर पलटवार करने वाली स्वाति सिंह को भाजपा इन दिनों वीरांगना की तरह प्रस्तुत कर रही है। ये UP में बीजेपी की ब्रांड एम्बेसडर बन चुकी हैं, बीजेपी इन्हें टिकट थमाने की फिराक में है। भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी ने केवल अपनी आहत हुई भावनाएं व्यक्त की थीं परंतु भाजपा ने इसे मुद्दा बना दिया और कंडे कोयले डालकर लगातार सुलगाया जा रहा है। स्वाति सिंह को कुछ इस तरह पेश किया जा रहा है जैसे वो महिला हितों के लिए संघर्ष करने वाली वीरांगना हों। इस बीच स्वाति सिंह का एक पुराना टंटा कब्र से बाहर निकल आया है।
दरअसल 2008 में स्वाति सिंह के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत दर्ज हुई थी। उन पर अपने भाई पुनीत सिंह की पत्नी आशा सिंह को प्रताड़ित करने का आरोप है। शिकायत 17 अगस्त 2008 को राजधानी के आशियाना थाने दर्ज कराई गई थी।
इतना ही नहीं पीड़िता आशा सिंह ने यह आरोप भी लगाए हैं कि उनके पति पुनीत सिंह स्वाति सिंह के भाई हैं। पुनीत को स्वाति और उनकी मां आशा सिंह काफी परेशान करते थे। उन्हें पागल बना दिया था। उनकी शादी 18 मई 2008 को पुनीत से हुई थी। इसके बाद 9 महीने से पहले ही उनके बेटा हो गया तो उनकी सास ने उनके चरित्र पर उंगली उठाना शुरू कर दिया था। इसके बाद ससुराल में इनकी जिंदगी नर्क बन गई थी। अब यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
कुल मिलाकर नारी की अस्मिता के लिए संघर्ष करने वाली वीरांगना स्वाति सिंह का अतीत उनके सामने आकर खड़ा हो गया है जो उन्हें महिला को प्रताड़ित करने वाली महिला के रूप में कलंकित कर रहा है। (#बहु के सम्मान में .... मैदान में। )