
इसकी पुष्टि करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उन्होंने जिन शब्दों का प्रयोग किया था उनकी पार्टी में जगह नहीं है और इसके चलते उन्हें सभी जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया गया है। हालांकि इससे पहले दयाशंकर ने इससे कुछ देर पहले ही अपने बयान को लेकर माफी मांगी थी लेकिन इसका कुछ फायदा नहीं हो पाया। अपने पार्टी पदाधिकारी के बयान को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में खेद जताया था वहीं यूपी भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा था कि अगर उन्होंने कुछ गलत कहा है तो माफी मांगे नहीं तो कार्रवाई होगी।
अभद्र बयान को लेकर मायावती ने काफी आक्रामक रूख अपना लिया था और सदन में भाजपा से मांग की थी कि वो सिर्फ निंदा ना करें बल्कि उस नेता पर कार्रवाई करें और उसे पार्टी से निकाले। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने के बाद पहले तो वित्त मंत्री ने इस पर खेद प्रकट किया और फिर उचित कार्रवाई को आश्वासन भी दिया।
यह कहा भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने
दरअसल हाल ही में केशव प्रसाद मौर्य की जंबो टीम का हिस्सा बने दयाशंकर सिंह ने मायावती पर बेहद भद्दा तंज कसते हुए उनकी तुलना यौनकर्मी से कर दी थी। नवनिर्वाचित भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर मऊ पहुंचे जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए स्वागत के बाद मीडिया से बात की। इस दौरान मायावती पर हमला बोलते हुए उनके मुंह से कुछ ऐसे शब्द निकल गए जो बेहद आपत्तिजनक थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष ने 265 प्लस का नारा दिया है लेकिन मैं निश्चित तौर पर देख रहा हूं कि जिस तरह कार्यकर्ता उत्साहित हैं और जनता नजर आ रही है उससे हम 300 से ज्यादा सीटें प्राप्त करेंगे।
मायावती का वजूद अब राज्य में सपाप्त हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मायावती टिकटों की बिक्री कर रही हैं। वो किसी को सुबह 1 करोड़ में टिकट देतीं हैं लेकिन दोपहर में काई दो करोड़ दे तो उसे वह टिकट दे देंगी और शाम को कोई तीन करोड़ दे तो उसे वही टिकट दे देंगी। मायावती एक यौनकर्मी से भी बदतर चरित्र की हो गई हैं।