
चना दाल, बेसन, तेल और अन्य कच्चे माल के बढ़े दामों का हवाला देकर नमकीन व्यापारियों ने इनकी कीमत 20 रुपए किलो तक बढ़ा दी थी। करीब तीन महीने से शहर में नमकीन 200 रुपए प्रतिकिलो तक बिक रहा था। बीते सप्ताह उज्जैन में जिला प्रशासन की छापामार कार्रवाई के बाद वहां नमकीन व्यापारियों खुद ही नमकीन के दाम कम कर दिए थे। इसकी जानकारी लगने के बाद मंगलवार को कलेक्टर पी. नरहरि ने यहां नमकीन व्यापारियों की बैठक बुला ली। व्यापारी बैठक में पहुंचे तो कलेक्टर ने सीधे तौर पर दामों में कटौती का प्रस्ताव रख दिया।
कच्चे माल के दाम कम नहीं हुए तो बढ़ाएंगे
इंदौर मिठाई-नमकीन निर्माता संघ के पदाधिकारियों के साथ 25 बड़े नमकीन व्यापारी कलेक्टोरेट में हुई बैठक में शामिल हुए। व्यापारियों ने बेसन से लेकर मसालों तक के बढ़े दामों का हवाला देते हुए दाम बढ़ने का कारण बताने की कोशिश की। व्यापारियों ने कहा सभी खर्च काटने के बाद नमकीन में अब 8 प्रतिशत का मुनाफा है। लिहाजा कच्चे माल के दाम कम नहीं हुए तो आगे दाम बढ़ाना पड़ेंगे। व्यापारियों ने नमकीन में प्रशासन के हस्तक्षेप पर नाखुशी भी जताई।
18 अगस्त तक के लिए की है कमी
कलेक्टर के प्रस्ताव का सम्मान करते हुए 20 रुपए कम किए हैं। यह 18 अगस्त तक के लिए है। आगे बाजार और कच्चे माल की स्थिति देखकर निर्णय लिया जाएगा।
विकास जैन, सचिव, नमकीन निर्माता संघ