
उल्लेखनीय है कि सोमवार की शाम गौर पुलिस ने संजीवनी नगर निवासी अधिवक्ता गिरीश कुररिया की शिकायत की जांच को पूरा करते हुए राजुल बिल्डर के डायरेक्टर दिलीप मेहता, भगवान सिंह ठाकुर, रघुनाथ सिंह, संजय सिंह, संतोष सिंह और राजुल बिल्डर्स के मैनेजर रमाकांत मिश्रा के खिलाफ षड्यंत्रपूर्वक धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया था।
दिलीप मेहता व अन्य पर आरोप था कि उन्होंने सिया बाई पटेल नामक महिला की बरेला मेन रोड स्थित 16 एकड़ जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर उस समय सिया बाई के अंगूठे दस्तावेजों में लगा लिए थे, जब वो कोमा की हालत में अस्पताल में भर्ती थी। करीब तीन माह की लंबी जांच के बाद सोमवार की शाम गौर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया था।