
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, इस हिंसा के भड़कने के पीछे पड़ोसियों में एक मुस्लिम स्कूल खोलने को लेकर चल रहा विवाद था। दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद मारपीट हो गई, जिसके बाद लगभग 200 बौद्धों ने मिलकर मस्जिद को क्षतिग्रस्त कर दिया।
उन्होंने पास के कब्रिस्तान को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 70 मुस्लिमों को पुलिस ने स्टेशन में शरण देकर उनकी जान बचाई। पुलिस और मस्जिद प्रशासन ने मस्जिद के क्षतिग्रस्त होने की बात स्वीकार की है।