
स्नेहा कहती हैं कि मैं कभी हीरोइन नहीं बनना चाहती थी। मैं कुछ और ही बनना चाहती थी, लेकिन छोटी उम्र में ही ऑफर आने शुरू हो गए। सलमान खान के साथ लकी फिल्म करने के बाद पढ़ाई बंद हो गई थी, क्योंकि इसमें भरपूर समय देना पड़ता है। वर्ष 2005 में लकी रिलीज होने के बाद पढ़ाई-लिखाई की खातिर मैंने फिल्मों से दूरी बना ली थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद अब वापस बॉलीवुड में लौट आई हूं। अब तक मेरी 3 फिल्मे हिंदी में रिलीज हो चुकी हैं। इनके अलावा साउथ की कुछ फिल्मों में काम कर चुकी हूं।
एक फोन पर एडवाइज देते हैं सलमान
स्नेहा को फिल्मों में लाने का श्रेय सलमान खान को दिया जाता है, लेकिन दोनों साथ में दोबारा नजर नहीं आए। इस पर वे कहती हैं कि सलमान बड़े स्टार या सुपरस्टार हों, लेकिन मुझे उससे फर्क नहीं पड़ता। मेरे लिए वे एक दोस्त हैं। मेरे सलाहकार हैं और मेरे एक फोन पर वे सही एडवाइज करते हैं।
इसलिए राजस्थान है पसंद
स्नेहा कहती हैं कि उन्हें राजस्थान में आना-यहां घूमना अच्छा लगता है, क्योंकि यहां प्रकृति रचती है-बसती है। गाय-भैंस-बकरे-देसी और ग्रामीण अंचल देखना किसे अच्छा नहीं लगता। पहली बारे बांसवाड़ा आने पर उन्हें काफी अच्छा लगा, क्योंकि लोकल्स उन्हें रफ नहीं लगे।