कलेक्टर्स की ट्रेनिंग में पटवारियों के अपमान वाली खबर का खंडन

भोपाल। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की ओर से उस खबर का खंडन किया गया है जिसमें बताया गया था कि कलेक्टर्स की मीटिंग में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने निर्देशित किया कि बीएलओ पटवारी की तरह एक जगह बैठकर काम ना करें, फील्ड में निकलें और सही जानकारियां जुटाएं। 

यह है खबर का खंडन 
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने राष्ट्रीय निर्वाचक नामावली शुद्धिकरण अभियान के संबंध में पिछले दिनों हुई कलेक्टर्स ट्रेनिंग में पटवारियों की कार्यशैली को लेकर कतिपय समाचार-पत्रों में प्रकाशित समाचार का खण्डन किया है। प्रशिक्षण में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदाता सूची के शुद्धिकरण के लिए चुनाव आयोग के निर्देशानुसार कार्यवाही करने के लिए कहा गया था। बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जिलों के कलेक्टर से 'चुनाव में पटवारियों से जैसा कार्य न हो। आमतौर पर पटवारियों जैसी कार्यशैली से सभी वाकिफ है, एक जगह बैठकर पटवारी जैसी एन्ट्री नहीं की जाये'', कथन नहीं किया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा इस प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं की गई। इसके विपरीत पटवारी हमेशा निर्वाचन कार्य में पूरी निष्ठा एवं लगन से कार्य करते हैं।

ये रही खबर 
भोपाल, ब्यूरो। जिलों में कलेक्टरों को बीएलओ से काम लेना है, बीएलओ पटवारी के जैसे एक जगह बैठकर काम नहीं करे। उन्हें घर-घर जाकर जानकारी लेना चाहिए कि  वोटर शिफ्ट तो नहीं हो गया, वो घर-घर जाएगा तभी पूरी जानकारी मिल जाएगी। कलेक्टरों को प्रशिक्षण देने आई मास्टर ट्रेनर दिशा नागवंशी ने प्रशासन अकादमी में कलेक्टरों को संबोधित करते हुए यह बात कही। प्रशासन अकादमी में प्रदेश के 47 जिलों के कलेक्टर प्रशिक्षण लेने आए थे। फोटो निर्वाचक नामावली शुद्धिकरण के लिए यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया है।
If you have any question, do a Google search

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!