
1 नवंबर 2007 की शाम उज्जैन के चामुंडा माता चौराहे पर ड्यूटी कर रहे होमगार्ड जवान तखत सिंह के साथ विधायक महोदय ने कुछ इसी तरह आंखें तरेरते हुए मारपीट की थी। इस मामले में उज्जैन पुलिस के आला अधिकारी भोपाल पुलिस की तरह प्रेशर में नहीं आए, बल्कि विधायक के खिलाफ मारपीट एवं शासकीय कार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज किया गया। जुलाई 2015 में प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी मनोज शर्मा ने विधायक महोदय को 1 साल जेल की सजा सुनाई।
इतना ही नहीं भाजपा में अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ भी उनका बर्ताव विवादित रहा है। अगस्त 2015 में उज्जैन में हुई भाजपा की मीटिंग में विधायक सतीष मालवीय केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत के सामने ही अपने समकक्ष नेता से भिड़ गए थे। इस मामले में उन्होंने अपनी पॉवर यूज करते हुए भाजपा के साथी कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया था। बताया जाता है कि विवाद में हथियार भी लहराए गए थे। पुलिस ने इस मामले में भी विधायक के खिलाफ जांच की थी।