
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी जयसिंह कुशवाह ने पार्टी की प्रदेश कार्य समिति की बैठक में प्रमोशन में आरक्षण का विरोध किया था। इसी के चलते सामान्य, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी-कर्मचारी संघ (सपाक्स) ने उनके लिए सम्मान समारोह आयोजित किया था।
हालांकि, जब मीडिया ने उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उनके तेवर कुछ नरम पड़ गए। अब कुशवाह का कहना है कि, नौकरी कर रहे सवर्ण समाज के लोगों के हित प्रभावित नहीं होने चाहिए वैसे वो पार्टी के साथ हैं।
मध्यप्रदेश में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति बैठक में प्रमोशन में आरक्षण का मुद्दा हावी रहा. बैठक के दूसरे सत्र में राजनैतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया, जिसमें इस विषय की चर्चा की गई थी. इसका वहां मौजूद भाजपा नेता जयसिंह कुशवाह ने विरोध किया तो प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने उन्हें समझाइश देकर बिठा दिया।
भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में हावी रहा प्रमोशन में आरक्षण का मुद्दा
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एससी-एसटी वर्ग के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए प्रमोशन में आरक्षण संबंधी नए नियम तैयार करवाने मंत्रियों की एक कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी 31 जुलाई तक अपना ड्राफ्ट पेश करेगी. इसकी वजह यह है कि हाईकोर्ट पदोन्न्ति में आरक्षण नियम को असंवैधानिक करार दे चुका है और वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर यथास्थिति बनाए रखने को कहा है, उसे निरस्त नहीं किया है.
वहीं, हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ एमपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है, जिस पर सिर्फ यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. 23 सिंतबर को इस मामले में सुनवाई होनी है.