
पुलिस ने रात 11 से 1 बजे तक कई बार डीजे बंद कराने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की एक नहीं चली। रात करीब 1.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम के निर्देश पर दो पुलिसकर्मी एक बार फिर भरतीपुर पहुंचे, लेकिन इस बार नशे में धुत युवकों ने दोनों सिपाहियों पर हमला कर दिया। इससे दोनों पुलिसकर्मियों को बाइक छोड़कर भागना पड़ा। वायरलेस सेट पर सिपाहियों ने हांफते हुए मदद मांगी और फिर कंट्रोल रूम ने पूरे शहर की पुलिस को तत्काल भरतीपुर पहुंचने के निर्देश दे दिए। इसके बाद चारों तरफ से पुलिस की गाड़ियां भरतीपुर पहुंच गईं। इसके बावजूद डीजे बंद नहीं हुआ। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद डीजे बंद कराया जा सका। पुलिस के हिसाब से यही उनकी सबसे बड़ी सफलता रही कि डीजे बंद हो गया।
ओमती थाना में पदस्थ एएसआई अशोक सिंह ने बताया कि गुरुवार की शाम भरतीपुर सामुदायिक भवन के पास रहने वाले एक परिवार में बेटे का जन्म हुआ था। जिसको लेकर क्षेत्र के कुछ युवक डीजे बजा रहे थे। रात 11 बजे के बाद पुलिस ने कई बार पहुंचकर साउंड बंद कराए थे, लेकिन पुलिस के जाते ही डीजे चालू हो जाता था। देर रात सख्ती के साथ डीजे बंद कराना पड़ा। एएसआई सिंह के अनुसार इस मामले में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
साम्प्रदायिक तनाव फेल सकता था
भरतीपुर सामुदायिक भवन से लेकर छोटी ओमती आठ नल का क्षेत्र शहर का सबसे संवेदनशील प्वाइंट माना जाता है। चूंकि रमजान चल रहा है और मुस्लिम समाज के लोग रातभर इबादत करते हैं। ऐसे में कानफोड़ू डीजे लगातार बजने के कारण विवाद होने की स्थिति बनी रही।