
जानकारी के मुताबिक, जिले के गौठाना स्थित नर्सिंग होम संचालक डॉ. सोनाली मुले रोजाना की तरह नर्सिंग होम में आईं। यहां भर्ती मरीज को देखने के बाद वे वहां से अपने कमरे में चली गईं। एक मरीज की तबियत बिगड़ने लगी तो नर्सिंग होम के स्टाफ डॉ. सोनाली बुलाने पहुंचा। दरवाजा भीतर से बंद था। कई बार खटखटाया लेकिन जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई, तो उनके पति को सूचना दी गई। उनके पहुंचने पर कमरे का गेट तोड़ा गया, जहां देखा कि डॉ. सोनाली मुले की लाश साड़ी के फंदे पर झूल रही है। पत्नी की मौत के बाद उनके पति गहरे सदमे में चले गए। यहां यह उल्लेखनीय है कि स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सोनाली के पति भी एनेस्थेटिक विशेषज्ञ हैं। दोनों ही बीते वर्षों से नर्सिंग होम का संचालन कर रहे थे। पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है।