
सीबीआई की प्रवक्ता देवप्रीत सिंह ने बताया कि हमने फैसले की कॉपी के लिए आवेदन कर दिया है। वहीं रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार अभी इटली की अदालत के आदेश की प्रति का इंतजार कर रही है। इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक के दौरान जानकारी ली है। हालांकि सीबीआई प्रवक्ता का कहना है कि सीबीआई ने हेलीकॉप्टर घोटाले की जांच को देश और विदेश में काफी आगे बढ़ाया है।
इस क्रम में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी, पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एमके नारायणन समेत अन्य से पूछताछ भी हुई है तथा संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन, सिंगापुर, इटली, स्विट्जरलैंड, ट्यूनीशिया और मॉरीशस को लेटर रेटोगेटरी (एलआर) भेजा गया है। ताकि जांच को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।
मालूम हो कि अगस्ता वेस्टलैंड की मातृ कंपनी इटली की फिनमेकानिका है। इस कंपनी ने 3600 करोड़ रुपये में 12 हेलीकॉप्टर का सौदा हासिल किया गया था। 2010 में हुए इस सौदे में इटली की जांच एजेंसी ने रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए वहां की अदालत में मुकदमा दायर किया था। बाद में इसकी आंच भारत तक पहुंची और मामले का संज्ञान लेते हुए तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने 2013 में सीबीआई को इसकी जांच करने का आदेश दिया था।