नईदिल्ली। तमाम झांझावतों से जूझ रहे किसान अब एक नई मुसीबत में फंसते जा रहे हैं। वो हरियाणा की एक ऐसी सूदखोर कंपनी के जाल में फंसते जा रहे हैं जो आरबीआई की गाइडलाइन के खिलाफ 36 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज बांट रही है। यह कंपनी अब तक 8 राज्यों में 6 लाख से ज्यादा किसानों को 2000 करोड़ से ज्यादा का कर्ज बांट चुकी है एवं बदले में लगभग 5000 करोड़ की जमीनें गिरवीं रख ली गईं हैं।
हरियाणा के गुरुग्राम स्थित XX क्रेडिट लाइन कंपनी ने किसानों को 36 फीसदी ब्याज की दर पर माइक्रो लोन देना शुरु किया है। कंपनी पर यूपी की एक एनजीओ ने आरोप लगाया है कि आरबीआई की गाईडलाइन के विरुद्ध कंपनी ना सिर्फ सूद पर लोन बांट रही है बल्कि किसानों की जमीनों के कागजात भी गिरवी रख रही है। फाइनेंस कंपनियों पर नजर रखने वाले संस्थागत वित्त विभाग में भी कंपनी की शिकायत की गई है।
सूदखोरी के पूरे कारोबार में पीएनबी के पूर्व चेयरमैन एसएस कोहली भी शामिल हैं। कंपनी के दो प्रमोटर--सुनील सचदेवा और विजय पारिख पर भी पूरे मामले में गंभीर आरोप लगे है। यदि अभी इस कंपनी पर लगाम नहीं कसी गई तो यह देश का बड़ा कांड होगा।
कंपनी की वेबसाइट के हिसाब से सूद का यह काला कारोबार उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, हरियाणा, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और पंजाब में फैला है। कंपनी ने अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर माना है कि अब तक 8 राज्यों में 6 लाख से ज्यादा किसानों को 2614 करोड़ रुपये देश भर में माइक्रो लोन के तहत बांटे हैं। खबर के सामने आने के बाद संस्थागत वित्त के डीजी ने मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।