
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष मगन झांझोट ने शाहजहानीं पार्क में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में सफाई कर्मचारियों की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है, इस बारे में कई बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संबंधित विभाग को ज्ञापन दिए, धरना-प्रदर्शन किए गए लेकिन सरकार ने सफाई कर्मचारियों की हालत पर जरा सा भी तरस नहीं आया। उन्होंने कहा कि सिर पर मैला ढोने और हाथ से सफाई करने वाले सफाई कामगारों की समस्याओं का अब शीघ्र समाधान का वक्त आ गया है लेकिन सरकार के सिर पर आज तक जूं नहीं रेंगी। सभी सफाई कर्मचारियों के समक्ष आज दोपहर मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं खनिज विकास निगम के चेयरमैन शिव चौबे ने पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनीं तथा इससे सीएम को अवगत कराने का आश्वासन दिया।
- ये थीं प्रमुख मांगें
- सफाई के कार्य की ठेकेदारी प्रथा बंद की जाए
- संविधान की धारा 341, 14, 15, 16 के आधार पर मौजूदा अनुसूचित जाति को मिलने वाले आरक्षण में से बाल्मिकी मेहतर को लोक संख्या के आधार पर 5 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए।
- सिर पर मैला ढोने और हाथ से सफाई कामगारों का प्रदेश व्यापी सर्वेक्षण कर उनके आश्रितों को तथा उनका पुनर्वसन हेतु आर्थिक पैकेज दिया जाए।
- नगर पालिका, नगर निगमों में सपाई कामगारों के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती से नियुक्ति की जाए।