
विवेचक एएसआई फूल सिंह के अनुसार हथाईखेड़ा पठार निवासी नरेश रजक मजदूरी करते हैं। उनके तीन बेटों में सबसे छोटा बेटा विजय रजक (18) शासकीय स्कूल, आनंद नगर में 12वीं का छात्र था। उसकी परीक्षा चल रही थी। वह दो पेपर दे चुका था। तीसरा पेपर देता इससे पहले वह 12 मार्च की शाम 7 बजे परिजनों को एक दोस्त से मिलने का कहकर घर से निकला था। देर रात तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला।
अगले दिन रविवार को परिजनों ने आनंद नगर पुलिस चौकी में विजय की गुमशुदगी की शिकायत की। मंगलवार दोपहर पुलिस को हथाईखेड़ा डेम में एक लाश की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने हुलिए के आधार पर मृतक के बड़े भाई संजय (22) को शिनाख्ती के लिए बुलाया। संजय ने शव की शिनाख्त विजय के रूप में की। पुलिस ने पोस्टमार्ट के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
पढ़ाई में था कमजोर
पिपलानी पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृतक पढ़ाई में कमजोर था। इसे लेकर वह परिजनों को भी बता चुका था। विवचेक फूल सिंह ने भी आशंका जताई कि आत्महत्या के पीछे यह एक वजह हो सकती है। हालांकि परिजनों ने इसकी संभावना से इनकार किया है।
कुछ भी नहीं मिला मृतक के पास
घटना स्थल पर पहुंची पुलिस को विजय के पास न तो उसका मोबाइल फोन और न ही पर्स बरामद हुआ। यहां तक की उसके जेब से एक कागज का टुकड़ा तक नहीं मिला।
शरीर पर चोट के निशान नहीं
एएसआई सिंह ने बताया कि जिस जगह विजय की लाश मिली वह करीब 20 से 25 फीट ऊंची जगह पर है। उन्होंने बताया कि लाश फूलने के कारण सतह पर आ गई। मृतक के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। डॉक्टरों ने पानी में डूबने से मौत की पुष्टि की है।
संदेह के घरे में अंतिम कॉल
मृतक के भाई संजय के मुताबिक विजय को शनिवार शाम करीब 7 बजे विजय को एक लड़की ने अंतिम कॉल किया था। इसके बाद उसने बताया कि वह एक दोस्त से मिलकर आ रहा है। संजय ने विजय के गायब होने को लेकर दो युवकों पर संदेह व्यक्त किया है। संजय का आरोप है कि इस मामले में लड़की का कहीं न कहीं कोई हाथ जरूर है।
खंगाली जाएगी कॉल डिटेल्स
एसआई सिंह के अनुसार पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर विजय के कॉल डिटेल निकालने के लिए सायबर सेल की मदद ली है। कॉल डिटेल से ही पता चल पाएगा कि मृतक अंतिम बार किसके संपर्क में था या फिर उसके मोबाइल पर अंतिम कॉल और एसएमएस किसका था।