गरीबी से तंग वेतन भोगी कर्मचारी ने बच्चों को कुल्हाड़ी से काट डाला

सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। अपनी बदनसीबी और बच्चों की विकलांगता से अभिशप्त जीवन जी रहे एक वेतन भोगी कर्मचारी ने गरीबी के चलते अपने मासूम बेटे और बेटी पर कुल्हाडी से हमला कर दिया बेटे की मौत हो गई और घायल बेटी अस्पताल में जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रही है।

बालाघाट जिले के किरनापुर थाने के केशा गांव में कल शाम जब लोग नये साल के जश्न में डूबे हुये थे तभी शाम लगभग 4 बजे पिता राजेन्द पटले उम्र 40 वर्ष ने अपने दो निशक्त बच्चों पर कुल्हाडी से वार कर दिया इस घटना से पुत्र सुमित 7 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई और 12 वर्षीय पुत्री गभीर रूप से घायल हो गई। इसके बाद उसने अपने ही घर में फंदा लगाकर अत्माहत्या कर ली।

थाना प्रभारी नांसीर फारूखी ने बताया की राजेन्द्र पटले दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में वनविभाग के माटे सर्किल में चैकीदार की नौकरी कर रहा था उनकी 3 संताने थी बडी बेटी दीपिका12 वर्ष, सुमित 7 वर्ष और एक 3 वर्ष का बेटा शामिल है इनमें से दीपिका और सुमित जन्म से ही विंकलांग हैं जो चल फिर नही सकते। घटना के पूर्व कल शाम को राजेन्द्र ने अपनी पत्नी आशा को खेत भिजवाया खेत से लौटकर घर लौटी तो उसने पति राजेन्द्र को दीपिका और सुमित पर कुल्हाडी से वार करते हुये देखा तो उसने बीचबचाव किया तो उस पर भी कुल्हाडी से वार करने लगा घटना से भयभीत पत्नी अपने छोटे बेटे को लेकर घर से भाग गई।
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