
जिला मुख्यालय के कन्या शाला में शिक्षक सुभाष सिंह भदौरिया त्वचा कैंसर से पीड़ित हैं. वे पिछले एक साल से मुम्बई के टाटा मेमोरियल अस्पताल में इलाज भी करा रहे हैं, लेकिन उनकी हालत दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. जिसके बाद अस्पताल ने पीड़ित शिक्षक के इलाज के लिए 40 लाख रुपए का स्टीमेट थमा दिया है. बीमारी से हताश हो चुके शिक्षक के लिये छात्र-छात्राएं गुरू दक्षिण के रूप में सहायता राशि जमा करने की मुहिम शुरू हो गई है. समाज के हर वर्ग के लोग आगे आकर घर-घर जा रहे हैं और शिक्षक की मदद के लिए चन्दा मांग रहे हैं.
त्वचा कैंसर से पीड़ित शिक्षक सुभाष सिंह भदौरिया पिछले एक साल से मुम्बई के टाटा मेमोरियल अस्पताल में करीब 12 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं, लेकिन अब तक शासन- प्रशासन ने उनकी कोई मदद नहीं की है. नियमानुसार बीमारी के बिल भी स्वीकृत नहीं किए गए. अब मुम्बई के टाटा मेमोरियल का 40 लाख रुपए का स्टीमेट लगाकर पीड़ित ने अग्रिम सहायता के लिए आवेदन भी किया, लेकिन सरकार प्रशासन ने कोई सुनवाई नहीं की है.
इधर, जिले के प्रशासनिक अफसर एके श्रीवास्तव का कहना है कि पीड़ित के प्रस्ताव शासन को भेजे गये हैं. स्वीकृति नहीं आई है, इसलिये मदद नहीं कर पा रहे हैं. प्रक्रिया का पालन किये बिना कुछ नहीं कर सकते.