
किसी तरह का धोखा नहीं
जानकारी के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक ने एटीएम को बंधन मुक्त कर दिया है। रिजर्व बैंक अब ग्राहकों को इस डिजिटल युग में हर एक सुविधा देने की कोशिश में है। जिससे अब एटीएम यूजर्स को कई सारी सुविधाएं एटीएम में मिलेगी। बैंक से यूजर्स लोन की अर्जी दे सकेंगे। इंश्योरेंस, म्युचुल फंड की खरीद कर सकेंगे। क्रेडिट कार्ड की अर्जी भी एटीएम से दी जा सकेगी। इतना ही नहीं यूजर्स अब बैंक ड्राफ्ट भी एटीएम के जरिए बनवा सकेंगे। हालांकि इन सब सुविधाओं को शुरू करने के साथ ही रिजर्व बैंक ने बैंकों को चेताया है। रिजर्व बैंक कहना है कि ग्राहकों के साथ इन एटीएम में किसी तरह का धोखा नहीं हो इसकी भी वो पूरी व्यवस्था करें। इतना ही नहीं इसकी समय समय पर जांच करना भी बैंकों की जिम्मेदारी होगी।
लाखों की संख्या में यूजर्स
हालांकि इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने यह भी साफ कर दिया है कि बैंक परिसर में लगे एटीएम में ये सुविधाएं नहीं मिलेगी। रिजर्व बैंक अधिकारियों की मानें तो देश में एसबीआई के करीब 47,857 एटीएम, आईसीआईसीआई बैंक के 13,088 एटीएम, एक्सिस बैंक के 12,440 एटीएम और एचडीएफसी बैंक के 11,795 एटीएम लगे हैं। जिनकों लाखों की संख्या में यूजर्स भी हैं। जिनमें लगभग आधी संख्या में एटीएम बैंक ब्रांचों में लगे हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन एटीएम से यूजर्स को इतनी सारी सुविधा मिलने से बैंक ब्रांच खोलने की प्रकिया थोड़ी धीमी होगी क्योकि एटीएम के मुकाबले ब्रांच खोलने की लागत कई गुना ज्यादा होती है। बैंक ब्रांच खोलने के लिए काफी बजट की जरूरत होती है।