
डांवाडोल स्थिति के चलते चुनाव पर्यवेक्षक अरविंद यादव को जिला प्रधान का चुनाव स्थगित करना पड़ा. इस तरह हरियाणा में कैडर बेस की पार्टी कहलाने वाली भाजपा की सिरफुटव्वल आज भिवानी में साफ देखने को मिली. भाजपा पर्यवेक्षक अरविंद यादव ने बंद कमरे में भाजपा डेलीगेट को जिला प्रधान चुनाव के लिए एक-एक कर बुलाया और उनकी राय जानी.
पर्यवेक्षक से मुलाकात के बाद बाहर निकले कुछ डेलीगेट ने पार्टी के एक कार्यकर्ता को जिला प्रधान बनाए जाने का यह कहते हुए विरोध जताया कि पर्यवेक्षकों ने जिला प्रधान को लेकर पहले से मन बनाया हुआ था और वे उसी नाम पर सहमति बनाने के लिए कह रहे थे. भाजपा जिला चुनाव के लिए जब आम सहमति बनी नहीं देखी तो कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और आम सहमति के बिना चुनाव करवाए जाने की बात कही. परन्तु नाराज कार्यकर्ताओं की इस बात पर अरविंद यादव सहमत नहीं हुए, जिसके बाद हो-हल्ला इतना तेज हो गया था कि नाराज कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां उछालनी शुरू कर दी.
कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि उनके ऊपर जिलाध्यक्ष को थोपा गया तो वे सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का मजबूर होंगे. बात को बढ़ता देख पर्यवेक्षक ने दूसरे दौर की बातचीत कर कार्यकर्ताओं को कमरे में बुलाकर उनकी राय जाननी चाही. तब नरेन्द्र नाम के एक डेलीगेट ने पेट्रोल की बोतल लेकर पर्यवेक्षक के सामने बंद कमरे में पहुंच गया. जब वह बाहर निकला तो पर्यवेक्षक का कमरा पैट्रोल की गंध से भरा हुआ था. इससे साफ हो रहा था कि नाराज डेलीगेट ने तेल छिड़ककर अपना विरोध जताया.