
पंचायत ने गैंगरेप के दोनों आरोपियों पर पांच लाख रुपये का अर्थदंड लगाया लेकिन एक आरोपी सवा लाख रुपये अर्थदंड देकर सजा से बच गया तो दूसरे को रकम अदा न कर पाने की वजह से सरेआम जूते मारे गए. आपको बता दें कि गैंगरेप का मामला छह दिन पुराना है और सिंभावली थाने में एफआईआर भी दर्ज है, लेकिन पुलिस पंचायत होने की जानकारी से इंकार कर रही है.
सिंभावली क्षेत्र के एक गांव की महिला छह दिन पहले मेडिकल स्टोर से दवा लेने गई थी. शुगर मिल गेट के सामने पड़ोस के दो युवकों ने लिफ्ट देकर महिला को बाइक पर बैठा लिया और घर छोड़ने को कहा. फिर दोनों ने महिला को जंगल में ले गए और चाकू के बल पर उससे गैंगरेप किया.
इतना सब होने के बावजूद पुलिस को इस पंचायत तक की भनक नहीं है. रिपोर्ट मीडिया में दिखाए जाने के बाद पुलिस अब कार्रवाई की बात कह रही है.