सरकार को सप्लाई किया घटिया चावल वापस नही ले रहे राइस मिलर्स

सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा बालाघाट से विदिशा भेजी गई चावल से भरी समूची रैंक में अमानक चावल पाये जाने के कारण भेजे गये चावल को विदिशा जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से वितरित किये जाने पर रोक लगा दी गई है तथा जिस राईस मिलर्स द्वारा चावल भेजा गया था उस अमानक चावल को 7 दिन के अंदर अपग्रेड करने के निर्देश दिये गये थे लेकिन 23 सितंबर 2015 को जारी निर्देशों के बाद 2 माह गुजर गये केवल 20 राईस मिलर्स ने अब तक विदिशा जाकर अमानक चांवल को अपग्रेड किया है बाकी राईस मिलर्स कागज में चावल के अपग्रेड करने के मौके तलाश रहे है।

यह उल्लेखनीय है कि जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम बालाघाट द्वारा अपने पत्र द्वारा 23 सितंबर को यह अवगत कराया गया है कि एसडब्ल्यूसी कटंगी के गोदाम से 12370 क्विटंल चांवल जो कि सीतादेवी, चैरड़िया, शिखर, अन्नपूर्ण, विजय,वंशिका, सांई,महालक्ष्मी, जयलहरी, आंनद परबाईलिंग, अभिषेक, दीपिका तथा अग्रवाल राईस मिल द्वारा भेजा गया है।
सांईबाबा गोदाम गर्रा में 5300 क्विटंल चांवल विनायक,ओमसांई, अम्बिका,अग्रवाल,राम परबाईलिग, विजय तथा बालाजी राईस मिल बालाघाट।
एसडब्ल्यूसी डोंगरिया के गोदाम में 1200 क्विंटल जय महावीर, विजय, अम्बिका, अग्रवाल, ओम, राम परबाईलिंग बालाघाट।
सीडब्ल्यूसी गर्रा के गोदाम में 10530 क्विटंल जो कि नैना, के सी राईस मिल, कमलादेवी, आंकाक्षा, सौरभ,शिवशक्ति, हर्ष, जयदुर्गा, मां वैष्णी, अन्नपूर्ण, प्रतीक, धनवानी, जानकी, विवेक, सुरभी, तथा भगत राईस मिल बालाघाट।
एसडब्ल्यूसी वारासिवनी के गोदाम में 3100 क्विटंल चांवल जोकि संचेती सारटेक्स, सुपाश्र्व, मैना इडंस्टीज. रतन उधोग, संचेती राईस उघोग वारासिवनी।
एसडब्ल्यूसी नवेगांव के गोदाम में 7497 क्विटल चांवल जोकि श्रीजी एग्रो गोंदिया, मां सिद्धी एग्रो, हरिओम टेडर्स, शांती राईस, संदीप परबाईलिंग, राहुल एंग्रो, राधिका, दादी इंडस्टीज, राहुल एग्रो, सन्तराम, राजेश्वरी एग्रो, गिन्नी एग्रो, अग्रवाल राईस मिल, गुरूकृपा सेल्स तथा रजा राईस मिल गोदिया।
एसडब्ल्यूसी गोगलई के गोदाम में 3600 क्विटंल चांवल माहेश्वरी इडस्टीज गोदिया, गजानंद एग्रो, कृष्णा एग्रो, हरिओम टेडर्स गोदिया, श्यामबाबा राईस मिल गोदिया।
एसडब्ल्यूसी बैहर के गोदाम में 1560 क्विटंल चांवल चैतन्य प्रसाद, अग्रवाल उकवा, मित्तल टेडर्स, लक्ष्मी राईस मिल, अम्बिका राईस मिल, गुरूदेव राईस मिल उकवा, बजरंग राईस मिल परसवाड़ा, जगदम्बा राईस मिल परसवाडा।
एसडब्ल्यूसी मांझापूर के गोदाम में 4495 क्विटंल चांवल मां गायत्री राईस मिल लांजी, मां एग्रो, मां पूर्णा, श्रीराम, पारासर राईस मिल लांजी तथा जगदम्बा राईस मिल लांजी एवं सचदेव राईस मिल कोसमी।
एसडब्ल्यूसी लालबर्रा के गोदाम में 2220 क्विटंल चांवल मां बम्लेश्वरी लालबर्रा, महालक्ष्मी, शक्ति,रामदेव, कन्हैया, भगवती, गोपाल, अनय राईस मिल लालबर्रा द्वारा अमानक चांवल भेजा गया इस प्रकार कुल 51872 क्विटंल चांवल विदिशा भेजा गया था जहां अमानक पाये जाने पर उसे निरस्त कर दिया गया।
इस पत्र में यह निर्देशित किया गया था कि अमानक चांवल पाये जाने पर उपर्जित धान की कस्टम मिलिंग निर्देश एवं राईस मिलर्स द्वारा किये गये अनुबंध में कंडिका 16.2 से बिन्दू क्रमांक 39 तक कंडिका में दिये गये प्रावधान के अनुरूप कार्यवाही की जायेगी।
पत्र में यह उल्लेखित किया गया था कि संबंधित राईस मिलर्स इस पत्र की प्राप्ति के 7 दिन के अंदर विदिशा रैंक में भेजी गई मात्रा के अनुरूप विदिशा में भण्डारित चांवल को अपग्रेड कर/बदलकर अच्छी गुणवत्ता का चंावल जमा कराना सुनिश्चित करें।
लेकिन 2 महिने गुजर गये आज तक ज्यादातर राईस मिलर्स ने चांवल को अपग्रेड कर बदलकर नही दिया।
इस मामले के उजागर होने के बाद राईस मिलर्स और नागरिक आपूर्ति निगम के कतिपय कर्मचारी कागज में चांवल बदलने की प्रक्रिया दर्शाकर मामले को रफादफा करने की फिराक में है।
यह भी उल्लेखनीय है कि विदिशा भेजा गया 52872 क्विंटल चांवल अमानक पाया गया उसके सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से विदिशा जिले में रोक लगा दी गई लेकिन बालाघाट जिले में 400 लाट जिसमें अमानक चांवल भरा हुआ है जिसकी जांच किया जाना है उसे बालाघाट जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिये धडल्ले से उपभोक्ताओं को वितरित किया जा रहा ेहै ताकि गोदाम में अमानक चंावल खरीदी के सबूत ना मिल पाये।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!