भोपाल। मप्र में 5 day week शुरू करने को लेकर कवायद चल रही है, लेकिन राजस्थान सरकार 5 day week खत्म करना चाहती थी। यहां भी कर्मचारी संगठनों से बातचीत चल रही है और वहां भी।
दरअसल 5 day week लागू करने के बाद राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्थाएं चरमरा गईं हैं। छुट्टियों को जोड़ने के बाद कई बार तो सप्ताह 3 दिन का ही रह जाता है। उधर जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि कर्मचारी समय पर नहीं आते। व्यवस्था के तहत आफिस टाइम तो बढ़ गया है परंतु कर्मचारी पुराने ढर्रे पर ही चल रहे हैं। अब राजस्थान सरकार चाहती है कि वापस 6 day week कर दिया जाए लेकिन कर्मचारी संगठन मानने को तैयार ही नहीं।
जयपुर में बीते रोज जीएडी के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी कर्मचारी नेताओं ने एक सुर में छह दिन कामकाज की व्यवस्था लागू करने का खुलकर विरोध किया। बैठक में 17 कर्मचारी संगठनों के नेताओं को बुलाया था, एक संगठन से दो दो नेता आए थे, लेकिन एक भी कर्मचारी नेता ने छह दिन कामकाज के पक्ष में राय नहीं दी।
छह दिन कामकाज नहीं तो छुट्टियां कम करने का प्रस्ताव
छह दिन का सप्ताह लागू नहीं करने की हालत में सरकार ने कर्मचारी नेताओं को छुट्टियां कम करने का प्रस्ताव रखा है। बैठक में कर्मचारी नेताओं को प्रस्ताव दिया गया कि केंद्र की तर्ज पर यहां भी छुट्टिया कम की जा सकती है। केंद्र में 17 दिन राजपत्रित और 57 छुट्टियां हैं जबकि राजस्थान में 28 राजपत्रित और 77 छुट्टियां हैं, इन्हें केंद्र के बराबर कम करके करीब 31 छुट्टिया कम की जा सकती हैं।