भोपाल। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) मेें फर्जी जाति प्रमाण-पत्रों के आधार पर नौकरी पाने वालों की अब खैर नहीं है। क्योंकि एलआईसी के क्षेत्रीय कार्यालय से लेकर मप्र और छत्तीसगढ़ के सभी दफ्तरों में संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है। उच्च स्तर से मिली शिकायतों की जांच का काम भी एलआईसी प्रबंधन ने तेज कर दिया है।
लगभग एक महीने की पड़ताल के बाद 309 ऐसे अधिकारी-कर्मचारी चिन्हित किए गए हैं, जिनके जाति प्रमाण-पत्र संदेह के घेरे में हैं। अकेले ग्वालियर डिवीजन में 40 से अिधक ऐसे अधिकारी-कर्मचारी हैं, जिनके जाति प्रमाण-पत्र संदिग्ध हैं।