भोपाल। व्यापमं घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई ने घोटाले की जड़ खंगालने के लिए आरजीपीवी की ओर भी रुख किया है। जांच एजेंसी जल्द ही आरजीपीवी के कुलपति पीयूष त्रिवेदी से पूछताछ करेगी।
सीबीआई व्यापमं से जुड़े हर मामले की जांच नए सिरे से कर रही है। अब तक 27 एफआईआर और 20 पीई दर्ज की जा चुकी है। सभी मामलों में यह भी देखा जा रहा है कि एसटीएफ ने किन बिंदुओं को जांच में शामिल नहीं किया। ऐसे में उन बिंदुओं पर सीबीआई का सबसे ज्यादा फोकस होगा, जो जांच में किसी कारण से छूट गए। इसी कड़ी में वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2013 शामिल है। सुधीर शर्मा द्वारा पीयूष का नाम लेने के बाद भी एसटीएफ ने उनसे पूछताछ नहीं की थी।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि 24 अगस्त के बाद जांच की रफ्तार बढ़ते ही कभी भी पीयूष से पूछताछ हो सकती है। सुधीर ने एसटीएफ को दिए अपने बयान में यह कबूल किया है कि आरजीपीवी में रहते हुए उनके पीयूष से अच्छे संबंध रहे। पीयूष के माध्यम से ही उनकी पहचान पंकज त्रिवेदी से हुई। इसके बाद पंकज के माध्यम से वे कई लोगों को परीक्षा में पास करवाते रहे।
पीयूष राडार पर क्यों
1. सुधीर शर्मा के मेमोरेंडम में पीयूष का नाम है। उसने कबूल किया है कि पीयूष के कारण ही व्यापमं नियंत्रक पंकज त्रिवेदी से उसकी घनिष्ठता बढ़ी।
2. सुधीर खनन कारोबारी बनने से पहले आरजीपीवी में डीन स्टूडेंट वेलफेयर रहा है। आरजीपीवी में रहते हुए दोनों के बीच घनिष्ठता भी जगजाहिर है।
3 . पीयूष व्यापमं के पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी के बड़े भाई हैं। बताया जाता है कि पीयूष त्रिवेदी के माध्यम से ही पंकज की राजभवन से नजदीकियां बढ़ी थीं।
4 . सबसे अहम बात यह कि तमाम आरोपों व आशंका के बावजूद एसटीएफ ने कभी भी पीयूष से पूछताछ नहीं की।