भोपाल। तिलहन संघ भवन स्थित पंचायतीराज कार्यालय के सामने बीआरजीएफ में कार्यरत संविदा डाटाएन्ट्री आपरेटरों ने शीघ्र संविलयन किये जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। पंचायतीराज के द्वारा संचालित बैकवर्ड रीजन ग्रांट फंड (बीआरजीएफ) योजना को 30 जुन 2015 बंद कर दी गई है। जिसके कारण उस परियोजना में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को पंचायतीराज विभाग अंतर्गत संचालित अन्य योजनाओं में संविलयन करने का निर्णय लिया था।
बीआरजीएफ में कार्यरत 38 उपयंत्रियों, लेखापालों का संविलयन प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना एवं मनरेगा में कर दिया गया । डाटा एन्ट्री आपरेटरों का संवलियन के लिए विगत दो माह से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग (आरईएस) में फाईल चल रही है, जिसके कारण डाटाएन्ट्री आपरेटरों का संवलियन अभी तक नहीं हो पाया। विगत दो माह से डाटा एन्ट्रीआपरेटर सड़कों पर हैं, ना उनको वेतन दिया जा रहा है ना नौकरी पांच वर्षो से संविदा पर कार्य कर रहे डाटाएन्ट्री आपरेटरों के सामने परिवार चलाने और भरण पोषण करने की समस्या खड़ी हो गई है । अनेक कर्मचारियों ने अपने बच्चों की फीस नहीं भरी है, जिसके कारण स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को निकालने का अल्टीमेटम दे दिया है । प्रदेश भर से आए डाटाएन्ट्री आपरेटरों ने आज म.प्र. संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राठौर के नेतृत्व में पंचायती राज कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर पंचायती राज आयुक्त रघुवीर श्रीवास्तव को ज्ञापन दिया । आयुक्त के द्वारा कहा गया कि मेरे द्वारा आपकी फाईल पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में भेज दी गई आगे कार्यवाही वहां से होना है । म.प्र. संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के नेतृत्व में संविदा कर्मचारी कल पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव से मिलेंगें तथा उनको भी ज्ञापन सौंपेंगें ।