इंदौर। व्यापमं मामले पर कतई अफसोस ना करने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने यह तो स्वीकार किया कि व्यापमं में भ्रष्टाचार हुआ है परंतु शिवराज सिंह के इस्तीफे के मामले में उन्होंने एक तल्ख टिप्पणी कर डाली। बोले 'किसी के कांव-कांव करने से क्या इस्तीफा दे देंगे?'
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान ने रविवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में चल रही भाजपा की दो दिवसीय प्रदेशस्तरीय कार्यशाला के दौरान इस मामले में बात की।
ये रहे सवाल जवाब
0 प्रशिक्षण कार्यशाला में व्यापमं को लेकर जनता के बीच जाने पर भी चर्चा हुई?
- कतई नहीं, क्योंकि जनता को सब पता है। उनके बीच इस मुद्दे को लेकर जाने की जरूरत ही नहीं है।
0 संसद में जो गतिरोध चल रहा है, उसमें व्यापम भी एक मुद्दा है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा है?
- जिनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं, वो संसद नहीं चलने दे रहे। जहां तक मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगने का सवाल है तो किसी के भी कांव-कांव करने से क्या इस्तीफा दे देंगे।
0 भाजपा के नेता व्यापम को घोटाला नहीं मानते तो फिर सीबीआई जांच क्यों चल रही है?
- घोटाला नहीं बल्कि वह अनियमितिता थी, जिसकी जांच मुख्यमंत्री खुद करवा रहे हैं। मुख्यमंत्री को दोषी बताने वाले आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं। सरकार के समय यदि कोई गड़बड़ी होती है तो मुखिया उसका दोषी कैसे होगा। हाई कोर्ट ने भी साफ कहा है कि व्यापम मामले में शिवराजसिंह चौहान का दोष नहीं है। दिग्विजयसिंह और प्रशांत पांडे ने जो एक्सलशीट कोर्ट में पेश की थी, वह भी नकली निकली। फिर किस आधार पर मुख्यमंत्री को दोषी बताया जा रहा है।
0 नम्रता डामोर मामले में एसटीएफ ने फाइल बंद कर दी थी लेकिन अब सीबीआई ने एफआईआर की है। क्या अब भी आप कहेंगे कि व्यापम मामले में भ्रष्टाचार नहीं हुआ?
- हम बिल्कुल नहीं कह रहे कि भ्रष्टाचार नहीं हुआ। हुआ है, लेकिन जिन्होंने किया वो जेल में हैं। एसटीएफ का गठन जुलाई 2013 में हुआ। डामोर की मौत का मामला 2012 का है। तब व्यापम का मामला सामने ही नहीं आया था। हमारा न्याय पालिका पर पूरा विश्वास है। पूरी जांच हाई कोर्ट की मॉनिटरिंग में हो रही थी। जब देश में भ्रम पैदा हुआ तो सीएम ने खुद न्यायालय से अनुरोध किया कि सीबीआई जांच हो। अब जब सीबीआई जांच हो रही है तो सच सामने आ जाएगा।