भोपाल। पूरे 4 दिन बीत गए, मासूम निशांत अब भी लापता है। इस दौरान ना तो फिरौती के लिए कोई फोन आया और ना ही कोई दूसरा संदेश। पुलिस इसे दुश्मनी के कारण हुआ अपहरण मान रही है जबकि लोगों का कहना है कि यह बच्चा चोर गिरोह की करतूत है। सच जो भी हो, परंतु दहशत का माहौल पूरे इलाके में है। अब तो भोपाल में निशांत की सलामती के लिए प्रार्थनाएं शुरू हो गईं हैंं
साकेत नगर इलाके से 14 अगस्त से गायब हुए 10 वर्षीय निशांत के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वो घर से सागर पब्लिक स्कूल के लिए निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। दो-तीन दिन तक तो पुलिस इस बात का इंतजार करती रही कि किसी ने बच्चे का अपहरण किया होगा तो फिरौती के लिए फोन आएगा। 4 दिन बीतने के बाद भी न तो कोई फिरौती का फोन आया है और न कोई खबर। निशांत की बुआ प्रतीक्षा राणे ने बताया कि वह स्कूल पहुंचा जरुर था। उसे स्कूल के ही एक बच्चे ने बस में से बाय किया था जिसका निशांत ने जवाब भी दिया। उस समय वह मोटरसाइकिल पर बैठे किसी व्यक्ति से बात कर रहा था।
नींद के इंजेक्शन से सो रही है मां
इधर इस घटना से निशांत की मां ज्योति का बुरा हाल है। वह एक ही बात कह रही हैं कि उसके बेटे का क्या हाल है? वह क्या खा रहा होगा? उसे कोई मार तो नहीं रहा होगा? इस वजह से वह सो भी नहीं पा रही। इसीलिए उन्हें नींद का इंजेक्शन देकर जबरदस्ती सुलाया जा रहा है।
हर तरीका अपना रहे हैं
बेटे को खोजने के लिए झोपे दंपत्ति 4 दिन में हर उस जगह जा चुके हैं जहां उसके बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद हो। विदिशा, आष्टा, होशंगाबाद, सीहोर, कोलार में पंडितों के पास जाकर पता किया तो हर जगह से एक ही जानकारी आ रही है कि वह दक्षिण दिशा में है और ठीक है। बच्चे की सलामती के लिए बेड के नीचे कपड़ा रखना, दरवाजे पर चम्मच रखना जैसे टोटके भी अपनाए जा रहे हैं।