जबलपुर। धान घोटाले में लगातार 2 अधिकारियों की मौत के बाद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री विजय शाह रविवार को अचानक जबलपुर पहुंचे।उन्होंने पनागर स्थित बड़खेरा वेयर हाउस की जांच भी की। वहीं कलेक्टर शिवनारायण रूपला व एसपी डॉ. आशीष से पूरे मामले का फीडबैक लिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए श्री शाह ने एक माह के भीतर दोबारा जिले में आकर समीक्षा करने के निर्देश दिए। पूरे मामले की जांच होने तक मॉनीटरिंग अपने स्तर पर करने की बात श्री शाह कह कर गए हैं।
दो मामलों की जांच करने आए मंत्री
श्री शाह ने बताया कि वे जिले में हो रही घटनाओं की जानकारी मिलते ही तत्काल भोपाल से रवाना हो गए।
वेयर हाउस प्रबंधक सुरेन्द्र शाक्य की मौत को लेकर उन्होंने एसपी से अब तक हुई जांच का ब्यौरा लिया। वहीं एसआईटी की जांच के बारे में जानकारी हासिल की है। जांच रिपोर्ट बनाकर भोपाल भेजने के निर्देश दिए गए। लेकिन इस बात पर भी संदेह जताया कि वेयर हाउस में लगातार गायब हो रही धान को लेकर प्रबंधक(श्री शाक्य ) ने भी देर से जानकारी दी थी।
वहीं दूसरा मामला साल 2012-13 में धान खरीदी परिवहन घोटाले से जुड़ा है। इसके लिए कलेक्टर श्री रूपला को जांच रिपोर्ट बनाकर भोपाल भेजने कहा गया। ये घोटाला तकरीबन 3 करोड़ रुपए का था, जिसकी जांच के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई देखने को नहीं मिली। वहीं 35 हजार क्विंटल धान की मिलिंग मामले पर भी जानकारी प्राप्त की गई। मिलर्स ने अच्छी धान खरीद ली और खराब धान को छोड़ दिया था। इस मामले में भी रिपोर्ट विभागीय स्तर पर तैयार की गई है।
मुझसे मिले थे शाक्य, कहा जांच सही कराएं
श्री शाह के मुताबिक वेयर हाउस प्रबंधक श्री शाक्य विधानसभा सत्र के दौरान भोपाल आकर मिले थे। उस दौरान उन्होंने जिले में चल रही जांच को लेकर संदेह जताया था और कहा था कि जांच सही नहीं की जा रही है। उस समय श्री शाह ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि अगस्त में आकर वे पूरे मामले पर खुद समीक्षा करेंगे लेकिन इससे पहले ही श्री शाक्य ने इस तरह का कदम उठा लिया।
जिले में आने से पहले किया आरएम को अटैच
प्रबंधक की मौत के मामले और घोटाले की जांच को ध्यान में रखकर श्री शाह ने बताया कि उन्होंने जिले में आने से पहले ही आरएम ओपी कुशवाहा वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन श्री कुशवाहा को भोपाल अटैच कर दिया है।