मुंबई। देश के तमाम हिस्सों में प्रॉपर्टी की कीमतें घट सकती हैं। पिछले कुछ महीनों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं। एंबिट कैपिटल की एक रिपोर्ट के मुताबिक रियल एस्टेट कंपनियों के लिए यह परेशानी आगे और बढ़ सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी शहरों में प्रॉपर्टी की मांग में गिरावट आ सकती है।
ज्यादातर टियर-1 और टियर-2 शहरों में नई खरीद और नए प्रोजेक्ट की लांचिंग में कमी आई है। साल-दर-साल आधार पर बड़े शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें 7-18 फीसद गिरे हैं। पिछले 3 वर्षों के दौरान नए सौदों में सालाना 10-15 फीसद गिरावट आ चुकी है। सालाना आधार पर नए प्रोजेक्ट की लांचिंग में 40-80 फीसद गिरावट आई है।
बाजार में इन्वेंट्री (ग्राहकों के इंतजार में तैयार प्रॉपर्टी) इतनी ज्यादा हो गई है कि इन्हें खपाने में 3 साल लग सकते हैं। डेवलपर खासी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। सप्लाई ज्यादा है और मांग बेहद कम। दूसरी तरफ बिल्डरों को बैंकों से कर्ज नहीं मिल रहा है। ब्लैकमनी बिल की वजह से सट्टेबाज भी दूर हो गए हैं।
जीडीपी ग्रोथ में कमी का असर भी प्रॉपर्टी मार्केट पर नजर आने लगा है। दूसरी ओर जमीन की कीमत नहीं घट रही है। प्रॉपर्टी मार्केट की खस्ता हाल के कारण एंबिट कैपिटल की रिपोर्ट में अल्ट्राटेक सीमेंट, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक और एचयूएल में बिकवाली की सलाह दी है। रियल एस्टेट बाजार की हालत खराब होने का असर सिरेमिक कंपनियों और पेंट कंपनियों पर भी होने की आशंका है।