भोपाल। मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर 7 अगस्त को जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर धरना-प्रदर्शन किए जाएंगे। यह विरोध प्रदर्शन प्रदेश के कर्मचारियों की 15 सूत्रीय मांगों को लेकर किया जा रहा है। प्रांताध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने बताया कि चौथे चरण के प्रांतव्यापी कार्यक्रम के तहत भोपाल में सतपुड़ा भवन के सामने कर्मचारी सभा कर प्रदर्शन और नारेबाजी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री निवास पर 16 अप्रैल 2013 को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के कर्मचारियों की 22 मांगों पर अपनी सहमति दी थी, लेकिन अधिकारियों ने मात्र पांच मांगों के ही आदेश जारी किए हैं। बची हुई 15 मांगें अभी भी लंबित हैं, जिनका निराकरण आज तक नहीं हो सका है। इससे प्रदेश के पांच लाख कर्मचारियों में रोष है।
प्रदेश के कर्मचारियों की मुख्य मांग तीन स्तरीय पदोन्नति समयमान वेतनमान देने की है। साथ ही ग्रेड-पे में सुधार करने और दैनिक वेतन भोगियों संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण आदि भी नहीं हो पा रहा है। इधर, रविवार को मप्र लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ की वार्षिक महासभा की बैठक हुई। इसमें वरिष्ठ उप प्रांताध्यक्ष अजय टोक्कर को सभापति मान्य कर विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए।