पत्रकार हत्याकांड: माफिया मंत्री के खिलाफ FIR

लखनऊ। शाहजहांपुर के सोशल मीडिया जर्नलिस्ट जागेन्द्र सिंह की हत्या में आरोपित माफिया एवं मंत्री राममूर्ति वर्मा और उसके गुर्गों की तरह काम करने वाले टीआई प्रकाश राय समेत दस लोगों के खिलाफ खुटार थाने में मामला दर्ज हुआ है। इन पर हत्या के अलावा मारपीट, जान से मारने की धमकी और हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है।

जागेन्द्र के घरवालों का आरोप है कि उसके पास मंत्री के खिलाफ सबूत थे, मंत्री यहां भूमाफिया बन चुका था और कई गैरकानूनी कामों में लिप्त है, इसलिए उन्होंने पुलिस की मदद से उनकी हत्या करवा दी। डीजीपी मुख्यालय ने मामले की विवेचना प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए हैं। उधर, डीएम शाहजहांपुर ने भी मामले की मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश कर दिए हैं।

आईजी कानून एवं व्यवस्था ए सतीश गणेश ने बताया कि जागेन्द्र सिंह के बेटे राजेन्द्र सिंह की तहरीर पर राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा, इंस्पेक्टर प्रकाश राय, गुफरान, ब्रह्मकुमार दीक्षित उर्फ भूरे, अमित प्रताप सिंह, आकाश गुप्ता व 3-4 अन्य पुलिसवालों के खिलाफ 302, 504, 506 और 120बी के तहत कुठार थाने में मामला दर्ज किया गया है।

डीएम शाहजहांपुर और डीआईजी बरेली को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि मामले की जांच जल्द से जल्द पूरा कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आईजी ने बताया कि जागेन्द्र सिंह के मौत से पहले दिए गए बयान को विवेचना में शामिल किया जाएगा। शाहजहांपुर के एडीएम वित्त एवं राजस्व पीके श्रीवास्तव को मैजिस्ट्रियल जांच सौंपी गई है। उन्होंने मामले से जुड़े लोगों से 17 जून तक बयान दर्ज कराने का नोटिस जारी किया है।

एफआईआर के बाद दाह संस्कार
जागेन्द्र के घरवालों ने तब तक उनका दाहसंस्कार नहीं किया जब तक पुलिस ने एफआईआर नहीं दर्ज कर ली। पुलिस तीन घंटे तक हीलाहवाली करती रही। जब मामले ने तूल पकड़ना शुरू किया तब जाकर एफआईआर दर्ज की।

'न्याय नहीं मिला तो आत्मदाह'
जागेन्द्र के पिता सुमेर सिंह ने कहा है कि अगर उनके बेटे के हत्यारों को सजा नहीं मिली और उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे भी आत्मदाह कर लेंगे।

महिला के शोषण के खिलाफ उठाई थी आवाज
जागेन्द्र के बेटे ने खुटार थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप लगाया है एक महिला के साथ हुए व्यभिचार के मामले में उसके पिता ने राज्यमंत्री के खिलाफ आवाज उठाई थी। वह मामले में गवाह भी थे। इसी वजह से उनकी हत्या करवा दी गई। जागेन्द्र के घरवालों का भी कहना है कि जागेन्द्र के पास राज्यमंत्री की कारगुजारियों के अहम सबूत थे।

इस संबंध में जागेन्द्र ने अपने ब्लॉग में लिखा भी था। राममूर्ति वर्मा पर इससे पहले शाहजहांपुर में मैनेजिंग कमिटी, वक्फ के सचिव ने जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था। इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी जानकारी दी गई थी और राज्यमंत्री को पद से हटाने की मांग की गई थी।

आईजी देंगे जागेन्द्र की मौत में साक्ष्य
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने जागेन्द्र सिंह की मौत के बाद दर्ज किए गए एफआईआर को देर से उठाया गया कदम बताया है। उन्होंने कहा है कि जागेन्द्र की मौत के पहले उन्होंने भी उनका बयान रेकॉर्ड किया था। बयान में जागेन्द्र अपनी हालत के लिए मंत्री राममूर्ति वर्मा द्वारा जमौर में एक लाख वर्ग गज जमीन कब्ज़ा करने, तीन लट्ठा चौड़े बक्शी नाला को अवैध कब्जे द्वारा एक लट्ठा कर देने जैसी बातों को उजागर करने को पूरी तरह जिम्मेदार बताया था। ठाकुर ने कहा कि वे जागेन्द्र की रेकॉर्डिंग को विवेचक को सौंपेंगे।

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