नईदिल्ली। चीनी मदद से मणिपुर के चंदेल में भारतीय सेना पर हमला करने वाले आतंकियों को सेना ने ना केवल ढूंढ निकाला बल्कि म्यांमार की सीमा में घुसकर उन्हे मार गिराया। यह पहली बार है जब भारत ने अपनी सीमाओं के बाहर जाकर किसी आतंकवाद विरोधी आॅपरेशन को अंजाम दिया है।
सेना ने मंगलवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इंटेलीजेंस की सूचना के आधार पर दो अग्रवादी समूहों पर कार्रवाई की गई, जिसमें कई उग्रवादियों के हताहत होने की खबर है। नागालैंड और मणिपुर सीमा पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। सेना ने कहा कि वह म्यांमार के साथ मिलकर काम करने की अपेक्षा रखती है।
भारतीय सेना ने बताया कि मणिपुर के चंदेल इलाके में 4 जून को हुए सुरक्षाकर्मियों पर हमले के बाद पूरे इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया था। सेना के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से सूचना मिली थी कि कुछ उग्रवादी ग्रुप सीमा के अंदर घुसकर हमलों की साजिश रच रहे हैं। ये वही उग्रवादी गुट थे जिन्होंने चंदेल में सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया था।
सेना ने बताया कि इस हमले के खतरे के बाद तुरंत जवाबी कार्रवाई की गई। इस पक्की खबर के बाद मंगलवार सुबह भारतीय सेना ने नागालैंड और म्यांमार से लगे सीमावर्ती इलाकों में दो जगह अलग-अलग कार्रवाई की। इस कार्रवाई में विरोधी गुटों को भारी नुकसान हुआ। कितने उग्रवादी हताहत हुए, यह पूछे जाने पर सेना ने कहा कि ऐसे ऑपरेशंस के बाद हताहत हुए लोगों की संख्या नहीं गिनी जाती।