कर्मचारियों के लिए फायदेमंद नहीं है NPS

भोपाल। संसद ने न्यू पेंशन स्कीम बिल अवश्य पास कर दिया है, लेकिन कर्मचारी इसे अपने साथ कुठाराघात मान रहे हैं। न्यू पेंशन स्कीम में पारिवारिक पेंशन का प्रावधान समाप्त कर दिया गया है।

रेलवे की पुरानी पेंशन स्कीम में कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के उपरांत सारे देयों के भुगतान के साथ- साथ आजीवन पेंशन मिलती थी। इतना ही नहीं कर्मचारी की मृत्यु के उपरांत उसकी पत्नी को पारिवारिक पेंशन का लाभ मिलता था। इतना ही नहीं कर्मचारी की विधवा पुत्री, विकलांग पुत्र व 25 साल तक के पुत्र केे लिए भी पेंशन का प्रावधान था, लेकिन नई पेंशन स्कीम में कर्मचारियों को इन सभी लाभों से वंचित कर दिया गया है।

नई स्कीम में कर्मचारी के मूल वेतन का दस प्रतिशत डीए के रूप में काटा जाएगा। सेवानिवृत्ति पर कर्मचारी को डीए के रूप में काटी गई साठ प्रतिशत राशि के भुगतान के बाद शेष चालीस प्रतिशत से पेंशन देगी। पेंशनर्स की मृत्यु के बाद उसके परिवार को कुछ नहीं मिलेगा।

कर्मचारी मामलों के विशेषज्ञों ने भोपाल समाचार को बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम में कर्मचारी चालीस प्रतिशत पेंशन बेच सकता था, लेकिन नई स्कीम में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। इतना ही नहीं महंगाई दर बढ़ने पर कर्मचारियों को महंगाई राहत के नाम पर राशि मिलती थी, लेकिन अब कुछ नहीं मिलेगा। कर्मचारी को पेंशन फंड के रखरखाव के लिए अलग से शुल्क भी देने होंगे। ग्रेच्युटी में साढ़े सोलह माह का बेसिक व डीए भी नहीं मिलेगा।

नई पेंशन स्कीम में कर्मचारियों को आर्थिक मदद मिलनी बंद हो जाएगी। बच्चों की पढ़ाई व परिवार के भरण- पोषण में मिलने वाली सहायता भी अब बंद हो जाएगी। नई स्कीम से सामाजिक सुरक्षा खत्म हो जाएगी। कर्मचारियों की मेहनत की कमाई शेयर बाजार में लगाई जा रही है। शेयर बाजार का हाल किसी से छिपा नहीं है। ऐसे में कर्मचारियों को नुकसान झेलना पड़ेगा।

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