भोपाल। पिछले दिनों प्रदर्शन राजधानी में प्रदर्शन कर रहे अतिथि विद्धानों को पुलिस ने पकड़कर जेल में ठूंस दिया। इधर शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि उन्हें पता ही नहीं था कि कोई मिलना चाहता है। जब अखबारों में पढ़ा तब पता चला कि अतिथि विद्धान मुझसे मिलना चाहते थे, मन किया अतिथि विद्धानों से मिलने जेल चला जाऊँ।
सीएम शिवराज सिंह चौहान सिविल सर्विस डे पर अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकारी खुद को परमानेंट और सरकार को टेंपरेरी समझते हैं। सरकार की बात नहीं मानते। हर मामले में ना करने आ जाते हैं। एक तरह की मनमानी करते हैं।
सीएम ने कहा कि जब खबरें आईं तब पता चला कि अतिथि विद्धान मुझसे मिलने आए थे, उन्हें पुलिस ने जेल में डाल दिया है। मुझे किसी ने बताया ही नहीं कि वो मिलना चाहते हैं। मेरे पास कोई सूचना तक नहीं थी। मैं उनसे मिलना चाहता था, बात करना चाहता था।
बताते चलें कि अतिथि विद्धानों का आंदोलन अब तेज हो गया है। जेल में ठूंस दिए जाने के बाद वो आक्रोशित हैं और आमरण अनशन की तैयारी में हैं।