इंक्रीमेंट का वक्त आ गया, पढ़िए किसको मिलेगा कितना

एक बार फिर वो समय आ गया है जब नौकरीपेशा लोग अपना दिल थाम कर बैठे रहते हैं। जिंदगी के बड़े फैसले कई लोग कुछ महीनों तक टाल देते हैं जब तक पता ना चले कि तनख्वाह कितनी बढ़ी। इस खास कार्यक्रम में आज हम आपको एक अंदाजा देने की कोशिश कर रहे हैं।

सबसे पहला हिंट तो दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस से ही मिला है। इस साल इंफोसिस अपने कर्मचारियों के सैलरी औसत 6-8 फीसदी बढ़ाएगी। इससे सिर्फ कंपनी में ही नहीं, इंडस्ट्री में भी निराशा हुई है। लेकिन कंपनी के टॉप परफॉर्मर्स को 15-20 फीसदी का हाइक मिल सकता है। तो क्या ये ट्रेंड दूसरी कंपनियों और सेक्टर्स में भी नजर आएगा।

एऑन ह्यूविट, हे ग्रुप और मर्सर के सर्वे में ये सामने आया है कि इस बार सैलरी में औसतन बढ़ोतरी 10.5-11.5 फीसदी रह सकती है। एशिया में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी भारत में देखने को मिलेगी और स्टार परफॉर्मर को ज्यादा वेतन बढ़ोतरी मिलेगी। स्टार परफॉर्मर की सैलरी हाइक 1.5 गुना ज्यादा हो सकता है। कंपनियां हर कर्मचारी के लिए अलग रिवॉर्ड स्ट्रैटेजी पर विचार करेंगी।

सेक्टरों के नजरिये से देखा जाय तो रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर, हेल्थकेयर, मीडिया, केमिकल इंडस्ट्री, आईटी और एफएमसीजी में सबसे ज्यादा वेतन बढ़ोतरी की गुंजाइश है। इंफोसिस में वेतन बढ़ोतरी की बात करें तो, यहां औसत 6.5-9 फीसदी तक सैलरी में बढ़ोतरी की गई है। ऑनसाइट कर्मचारियों के वेतन में 2 फीसदी और बेस्ट परफॉर्मर की सैलरी में 15-20 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।

एऑन ह्यूविट की एक रिपोर्ट के मुताबिक जहां 2013 में औसत सैलरी में 10.2 फीसदी और 2014 में 10.4 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली थी। वहीं 2015 में सैलरी में औसतन 10.6 फीसदी की बढ़ोतरी संभव है। 2015 में सैलरी बढ़ोतरी अनुमान पर नजर डालें तो भारत में 10.6 फीसदी, चीन में 8.2 फीसदी, फिलीपींस में 7.1 फीसदी और मलेशिया में 5.6 फीसदी की उम्मीद जताई जा रही है। 2015 में टॉप-सीनियर मैनेजमेंट की वेतन बढ़ोतरी 9.6 फीसदी, मिडिल मैनेजमेंट की वेतन बढ़ोतरी 10.5 फीसदी और जूनियर मैनेजमेंट की वेतन बढ़ोतरी 11.1 फीसदी रह सकती है।

वहीं टाइम्सजॉब्स डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर में औसतन 10 फीसदी तनख्वाह बढ़ेगी। वहीं, टेलिकॉम और आईटी सेक्टर में 10-11 फीसदी तक बढ़ोतरी की उम्मीद की जा सकती है। लेकिन इन सब के बीच एक बात तो तय है कि कंपनियों में कर्मचारियों के नौकरी छोड़कर जाने की दर बढ़ी है और इस साल कंपनियां अपने आउटपरफॉर्मर्स को रोकने के लिए कुछ खास कदम उठा सकती हैं।

पिछले कुछ महीनों में हायरिंग के मामले में सबसे ज्यादा एक्शन ई-कॉमर्स में रहा है। बढ़ते कारोबार को देखते हुए इस सेक्टर में आगे चलकर भी काफी भर्तियां होने की उम्मीद हैं। जानकार मानते हैं कि सैलरी बढ़ाने में भी ये सेक्टर सबसे आगे रहेगा। टाइम्सजॉब्स डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक ई-कॉमर्स में औसतन सैलरी हाइक 13 फीसदी तक होने की संभावना है।

टाइम्सजॉब्स डॉट कॉम की रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि कर्मचारी अपने वेतन में 15-20 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। जूनियर लेवल पर 15-20 फीसदी वेतन बढ़ोतरी की चाहत है, तो मिड लेवल पर 10-15 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है। सीनियर लेवल पर 10-12 फीसदी इजाफे की उम्मीद की जा रही है।

टॉवर्स वॉटसन-सीआईआई इंडस्ट्री स्टडी की रिपोर्ट पर गौर करें तो ये बात सामने आ रही है कि अगले 5 साल तक महंगाई दर से ज्यादा सैलरी बढ़ने वाली है। सीनियर लेवल के अधिकारियों की सैलरी ज्यादा बढ़ेगी, लेकिन सीनियर और जूनियर अधिकारियों का सैलरी गैप बढ़ जाएगा। कैपिटल गुड्स और टांसपोर्ट सेक्टर में नौकरियां ज्यादा बढ़ने का अनुमान है।

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