भारत में हर रोज 3000 बच्चे भूख से मर जाते हैं: GHI की रिपोर्ट

नई दिल्ली। तेजी से महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर भारत में तकरीबन 19 करोड़ लोग भूखे पेट रह कर सोने को मजबूर हैंं और प्रतिदिन 3000 बच्चे भूख से मर जाते हैं। यह जानकारी ग्लोबल हंगल इंडैक्स के आंकड़ों से मिली है। हालांकि भारत का स्थान पिछले साल के मुकाबले ग्लोबल हंगर इंडैक्स में 63 के मुकाबले 53वां है। मंगल पर अपना यान भेजने वाले देश भारत में भूख के खिलाफ जंग सबसे बड़ी चुनौती है। बच्चों में कुपोषण और उनकी मृत्यु दर का स्तर बेहद चिंताजनक है। यहां तक कि नेपाल और श्रीलंका की स्थिति भारत से बेहतर है जबकि पाकिस्तान और बंगलादेश जैसे पिछड़े देशों में स्थिति और भी बुरी है।

कुछ प्रमुख तथ्य
* आबादी के छठे हिस्से को पर्याप्त पोषक पदार्थ नहीं मिल पाते।
* 30.7 प्रतिशत बच्चे (5 साल से कम उम्र के) भारत में अंडरवेट हैं।
* 58 प्रतिशत बच्चों की ग्रोथ इंडिया में 2 साल से कम उम्र में रुक जाती है।
* 4 में से हर 1 बच्चा भारत में कुपोषण का शिकार है।
* 3,000 बच्चे इंडिया में कुपोषण से पैदा होने वाली बीमारियों के कारण रोज मरते हैंं।
* 24 प्रतिशत दुनियाभर में 5 साल से कम उम्र में मरने वाले बच्चों में भारत का हिस्सा।
* 30 प्रतिशत नवजात शिशुओं की मौत भारत में होती है।

वैश्विक आंकड़े
* दुनिया के बेहद गरीब लोगों का 64 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ 5 देशों में रहता है।
* 20,000 बच्चे दुनियाभर में भूख के कारण रोज मरते हैंं।
* 80 प्रतिशत लोग 10 डॉलर प्रतिदिन से कम पर गुजर-बसर करते हैं।
* दुनिया में हर 9 में से 1 आदमी रोज भूखे पेट सोने को मजबूर।
* दुनिया के टॉप 85 अमीर लोगों की कुल सम्पत्ति 3.5 अरब स्न सबसे गरीब लोगों यानी दुनिया की आधी आबादी की सम्पत्ति के बराबर।
* 80.5 करोड़ लोगों को दुनिया में भरपेट खाने को नहीं मिलता।
* हर साल एड्स, मलेरिया और टी.बी. से कुल जितने लोग मरते हैं, उससे ज्यादा लोगों को भूख निगल जाती है।
* 79.1 करोड़ ऐसे लोग विकासशील देशों में हैं, जिन्हें भरपेट खाना नहीं मिलता।
* 13.5 प्रतिशत विकासशील देशों की आबादी का वह हिस्सा है, जो कुपोषण का शिकार है।
* 52.6 करोड़ लोग एशिया में आधा पेट खाने को मजबूर है।
* 45 प्रतिशत दुनिया में 5 साल से कम उम्र के बच्चों का हिस्सा है जिसकी कुपोषण से मौत होती है।
* 20 प्रतिशत 5 साल से पहले अंडरवेट बच्चों की मौत के मामले।

भारत में भूख, कुपोषण की वजह
* 40 प्रतिशत फल-सब्जियां और 20 प्रतिशत अनाज खराब सप्लाई चेन के कारण बर्बाद हो जाता है।
* बी.पी.एल. परिवार खाने-पीने पर 70 प्रतिशत व ए.पी.एल. परिवार 50 प्रतिशत खर्च करते हैं।
* शहरी वर्किंग क्लास 30 प्रतिशत खाने-पीने पर खर्च करता हैं।
* जी.डी.पी. में खेतीबाड़ी का योगदान 2013 में 13.7 प्रतिशत है।
* भारत में कृषि क्षेत्र में 50 प्रतिशत लोग कार्यरत हैं।

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