इछावर/रिपोर्टर। ब्लाक की 70 पंचायतों में प्रथम चरण के दौरान 13 जनवरी को मतदान होना है लेकिन एक पंचायत इछावर ब्लाक में ऐसी भी है जहां मतदाता केवल मुंह ताकते रह जाएंगे इसके पीछे मूल कारण आरक्षण की प्रक्रिया है। ग्राम पंचायत सिराडी को आदिवासी महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया जबकि इस पंचायत में एक भी अनुसूचित जनजाति का परिवार निवास करता ही नही।
चार साल पहले मांगीलाल पटेल के खेत पर वीरू नाम का आदिवासी व्यक्ति हाली हुआ करता था यह व्यक्ति ग्राम फांगिया निवासी था जो एक साल तक सिराडी में ही रहा जनगणना 2011 में इसका नाम सिराडी रहवासियों की सूचि में आ गया तीन साल पहले गांव छोड देने वाले वीरू का नाम मतदाता सूचि में नही है लेकिन फिर भी सिराडी ग्राम पंचायत को अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया। चुनाव आयोग के नियामानुसार अब सिराडी ग्राम पंचायत में चुनाव नही हो पांएगे और यहां के मतदाता अपने सरपंच को चुनने से वचिंत रह जाएगे।
निर्वाचन आयोग के अनुसार पूरी कार्रवाई निधार्रित की गई है ग्राम पंचायत सिराडी का जो मामला है जो आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है उसको नियमनुसार हल किया जायेगा।
द्रेवेश मिश्रा
सीईओं जनपंद पचायंत इछावर