भोपाल। देशवासियों के लिए एक और गुडन्यूज है, नए साल में पेट्रोल/डीजल फिर सस्ता होने वाला है, लेकिन मप्र में क्या होगा कहा नहीं जा सकता, क्योंकि पिछली बार जब पूरे देश में पेट्रोल/डीजल सस्ता हुआ था तो मप्र में शिवराज सरकार ने उसे वैट टैक्स बढ़ाकर मंहगा कर दिया था।
फिलहाल नई दिल्ली से खबर आ रही है कि नए साल में सरकार लोगों को खुश खबरी दे सकती है। पैट्रोल और डीजल बुधवार आधी रात से सस्ते हो सकते हैं। सरकार चाहती है कि इंटरनैशनल मार्कीट में क्रूड ऑइल के दाम में कमी का फायदा ऑइल मार्कीटिंग कंपनियां नए साल के गिफ्ट के तौर पर पब्लिक को दें।
हालांकि अधिकारियों ने बताया कि कटौती बड़ी नहीं होगी, भले ही भारत के एवरेज क्रूड ऑइल इंपोर्ट कॉस्ट में 9-10 डॉलर प्रति बैरल की कमी आई है। उन्होंने बताया कि तेल के दाम में आई गिरावट का फायदा रुपए की वैल्यू कम होने के चलते काफी हद तक खत्म हो गया है। 2 हफ्ते पहले डॉलर के मुकाबले रुपया 61.95 के लेवल पर था, जो अब 63.26 पर पहुंच गया है।
यह पैट्रोल के दाम में लगातार नौवीं कटौती होगी। वहीं डीजल के दाम डीरेग्युलेशन के बाद पांचवीं बार कम किए जाएंगे। देश में अब पैट्रोल और डीजल के दाम इंटरनैशनल मार्कीट के मुताबिक बदलते हैं। हर 15 दिन पर इनकी समीक्षा की जाती है। भारत 80 फीसदी तेल विदेश से खरीदता है। इसके लिए भुगतान डॉलर में किया जाता है। इसलिए पंप पर पैट्रोल और डीजल की कीमत क्या होगी, इसमें रुपये में आए उतार-चढ़ाव का असर पड़ता है।
ऑइल इंडस्ट्री से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि ऑइल मार्कीटिंग कंपनियां दाम में अभी कटौती नहीं करना चाहतीं। उन्हें महंगे स्टॉक के चलते लॉस हुआ है। वे इसकी भरपाई करना चाहती हैं। ऑइल मार्कीटिंग कंपनियों का कहना है कि उन्हें पुराने स्टॉक के चलते 10,000 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है।
हालांकि सरकार चाहती है कि कंपनियां कंज्यूमर्स को ऑइल के दाम में आई कमी का फायदा दें। भाजपा सरकार की नजर फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव पर है। यह जानकारी इन अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर दी है। केंद्र की भाजपा सरकार ने दिल्ली के वोटरों को रिझाने के लिए पैट्रोल और डीजल के दाम में कमी का क्रैडिट लेना शुरू भी कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि एफएम रेडियो चैनल पर इसके विज्ञापन दिए जा रहे हैं।
इस साल 31 जुलाई के बाद पैट्रोल के दाम में 12 रुपए लीटर की कमी हो चुकी है। वहीं 18 अक्तूबर को डीरेग्युलेशन के बाद डीजल 8.50 रुपए लीटर सस्ता हुआ है। ऑइल मारर्कीटिंग कंपनियों को ऐविएशन फ्यूल और मार्कीट रेट पर बिकने वाले रसोई गैस के दाम में भी कमी करनी पड़ सकती है। मई में मोदी सरकार के आने के बाद कंपनियां 14.2 किलो के गैस सिलैंडर के दाम में 176 रुपए और ऐविएशन टर्बाइन फ्यूल के दाम में 11,090 रुपए प्रति किलोलीटर की कटौती कर चुकी हैं।