नक्सलाइड हमले में अनूपपुर का लाल शोभनाथ राठौर शहीद

राजेश शुक्ला/अनूपपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा स्थित झीरम घाटी में मंगलवार की सुबह नक्सलवादियों ने घात लगाकर हमला किया जिसमें सीआरपीएफ के 11 जवान, जिला बल के 4 जवान सहित 1 ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई।

नक्सलवादी हमले में अनूपपुर जिले ने भी एक लाल खो दिया। इस हमले में अनूपपुर के एक होनहार युवक ने अपनी शहादत दी। जैसे ही इस आशय की सूचना मिली, क्षेत्र में शोक व्याप्त हो गया। मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार झीरम घाटी में नक्सलवादियों के हमले में अनूपपुर कोतवाली अंतर्गत ग्राम बर्री निवासी श्री बाबूलाल राठौर के सुपुत्र शोभनाथ राठौर शहीद हो गए। वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार बिलखता हुआ छोड़ गए हैं। शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने के लिए मंगलवार की देर शाम से ही गांव में लोगों का पहुंचना प्रारंभ हो चुका था और लोगों में नक्सलाइट हमले को लेकर आक्रोश भी देखा गया।

शास०उ० माध्य० विद्या० अनूपपुर के थे छात्र
प्राप्त जानकारी के अनुसार शोभनाथ राठौर शासकीय उ० माध्य० विद्यालय अनूपपुर के छात्र थे और यहां से शिक्षा प्राप्त करने के बाद ११ वर्ष पूर्व वे सीआरपीएफ में चयनित हुए। इनके परिवार में इनके पिता श्री बाबूलाल राठौर, माता श्रीमती चैती बाई, धर्मपत्नी श्रीमती रानू राठौर, पुत्री सुश्री श्रेया (उम्र ७ वर्ष), पुत्र अंश (उम्र ४ वर्ष), भाई हेतराम राठौर के साथ अन्य परिजन शोक संतप्त हैं। शोभनाथ ही शहादत की खबर मिलते ही प्रीतम राठौर, सीताराम राठौर, मदन राठौर, माधव प्रसाद राठौर, मोहन राठौर, राजकुमार, लखन कछवाहा, लखन राठौर, रंजन राठौर, हीरालाल राठौर, सरपंच श्यामलाल बैंगा, उप सरपंच संजय राठौर, पंच श्रीमती सुनीता राठौर इनके निवास पर पहुंच कर शोक संवेदना प्रकट किए।

इन्होनें जताया शोक
शोभनाथ राठौर के शहीद होने की सूचना मिलने पर सांसद श्रीमती राजेश नंदिनी सिंह, अनूपपुर विधायक रामलाल रौतेल, पूर्व विधायक बिसाहूलाल सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चमेली पटेल, उपाध्यक्ष एमएन सिंह, वरिष्ठ नागरिक शंकर प्रसाद शर्मा, भाईलाल पटेल, प्रेम कुमार त्रिपाठी, ओमप्रकाश द्विवेदी, अनिल गुप्ता, नगर पालिका अनूपपुर अध्यक्ष रामखेलावन राठौर, नगर पंचायत जैतहरी अध्यक्ष अवधेश अग्रवाल, जिला भाजपा अध्यक्ष रामदास पुरी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष संतोष सिंह परिहार, मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के संभागीय अध्यक्ष मनोज द्विवेदी, कैलाश पाण्डेय, जिलाध्यक्ष अजीत मिश्रा, महासचिव राजेश पयासी, वरिष्ठ पत्रकार राजेश शुक्ला, विवेक बियानी, मनोज शुक्ला, अजय मिश्रा, मुकेश मिश्रा, राजनारायण, सुधाकर मिश्रा, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र ङ्क्षसह, ज्ञानेन्द्र सिंह परिहार, वासुदेव जगवानी, श्रीमती गीता सिंह के साथ अन्य लोगों ने शोक संवेदना प्रकट किया है।

भाजपा नेता को गिरफ्तार ना किया तो मतदान का बहिष्कार

अनूपपुर। 18 दिसम्बर को भाजपा की बैठक के दौरान हुई मारपीट व बाद में घायलों द्वारा की गई एफआईआर में लाल बहादुर जायसवाल तथा उनके साथियों पर मामला पंजीबद्ध किया गया था। तीन महीनें बीत जाने के बाद भी गिरफ्तारी न होने के कारण एचएमएस श्रम संगठन 11 मार्च से कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठने वाला था किन्तु आचार संहिता के कारण अनुमति न मिलने पर श्रम संगठन एचएमएस के पदाधिकारी भोपाल में उपमुख्य चुनाव आयुक्त तथा पुलिस महानिदेशक से मिलकर पूरे वाकये को बतलाने के साथ ही श्रमवीरों द्वारा न्याय न मिलने के विरोध में आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार  करने का ज्ञापन भी सौंपा।

यह था मामला
बीते १८ दिसम्बर २०१३ को बंकिम बिहार जमुना कालरी में भाजपा जिलाध्यक्ष रामदास पुरी की अध्यक्षता में जिला कार्यकारिणी की बैठक हुई थी जिसमें अनाधिकृत रुप से लाल बहादुर जायसवाल द्घारा अपने १५-२० साथियों के साथ मिलकर जिलाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ गाली गलौज एवं मार पीट की गई इसके साथ ही महिला पदाधिकारियों के साथ भी  दुव्र्यवहार किया गया। जिसकी रिपोर्ट भालूमाड़ा थाना में की गई थी। आरोपियो के विरुद्घ धारा २९४,१४७, ३४२, ४५२, ५०६,बी  पूरी विवेचना के बाद दर्ज किया गया था। किन्तु आज दिनांक  तक आरोपियो को गिरफतार पुलिस द्वारा नही किया गया । उल्टे फरियादी श्रीकान्त शुक्ला के ऊपर ही ३२३, २९४, ५०६बी का प्रकरण कायम कर दिया गया।

नहीं करेगें मतदान
एसईसीएल की श्रमिक टे्रड यूनियन एचएमएस में श्रीकांत शुक्ला अध्यक्ष एवं जेसीसी बोर्ड के सदस्य भी है। उनपर हुये हमले तथा ङाूठे प्रकरण के विरोध में खान श्रमिक भालूमाड़ा थाने के समक्ष धारना प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने एक सप्ताह में गिरफतारी का आश्वासन दिया था किन्तु ४५ दिन से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी आरोपी स्वतंत्र घूम रहें है। जिसके विरोध में श्रमिक इस चुनाव में मतदान न करने के लिये लामबंद हो रहें है।

आलाकमान से शिकायत
भोपाल से दूरभाष पर एचएमएस के महामंत्री विक्रम प्रसाद ने बतलाया कि स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही हीला-हवाली के विरूद्ध पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे को बतलाया गया साथ ही उपमुख्य चुनाव आयुक्त को की गई शिकायत में आचार संहिता के बावजूद आरोपियों के स्वतंत्र घूमनें के विरोध में श्रमवीरों द्वारा मतदान का बहिष्कार करने का ज्ञापन सौंपा गया।

जिम्मेदार का जबाब
डीजी साहब से मिले निर्देशों के बाद पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को न्यायोचित कार्यवाही के लिये निर्देशित किया गया है।
वेद  प्रकाश शर्मा
आईजी, शहडोल रेंज

२० साल बाद भी न नौकरी मिली न मुआवजा

अनूपपुर। कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल जहॉ एक ओर मिनी रत्न होने के साथ साथ सामुदायिक विकास व जनकल्याणकारी योजनाएं चलाकर आम लोगो को फायदा पहुंचाने का ढिढोरा पीटती है लेकिन हकीकत उससे परे है। जिन कृषकों की भूमि को अधिगृहीत  कर कोयलें की खदानें संचालित करती है वें ही कृषक अपने अधिकारों के लिये दर-बदर की ठोकरें खाते है। एैसा ही मामला राजस्व विभाग के पास पहुंचा जहां  जमुना कॉलरी के वार्ड क्रं १ निवासी विश्वनाथ पिता धून्धा पाव ने परेशान होकर कलेक्टर को पत्र लिखते हुये कॉलरी द्वारा अधिगृहित भूमि का मुआवजा एवं नौकरी दिलाये जाने की गुहार लगायी है। विश्वनाथ ने बताया कि मेरे नाम से ग्राम जमुना पटवारी हल्का पसान ५७ मे अराजी खसरा नं० १३४६/०१,१३५९/०२,१६५३/०२ रकवा ०.९१०,०.५८६,०.६३१ कुल तीन किता २,१२७ हेक्टेयर है। जिसके कालरी द्वारा अधिग्रहण की सूचना मुङो सन् १९९३ मे दी गई थी जिसकी नोटिस कलेक्टर कार्यालय द्वारा मुङो भिज वाई गयी थी मंै कलेक्टर के समक्ष उपस्थित होकर अपना जवाब भी प्रस्तुत किया लेकिन आज दिनांक तक न तो मुङो मुआवजा मिला और न नौकरी। मेरी जमीन पर सन्१९९५ में कॉलरी द्वारा कोयला निकाला जा चुका है। तब से मेरे पास जीवन यापन का कोई उचित साधन नही है। मै मेहनत मजदूरी करके जीवन- यापन करने को विवश हॅॅू और कालरी प्रबंधन के चक्कर लगा लगाकर मै थक गया हॅॅू। कालरी प्रबंधन द्वारा मुङो अपमानित कर भगा दिया जाता है। विश्वनाथ ने जिला कलेक्टर से निवेदन किया है कि मेरी जमीन का मौका से जॉच कर उचित मुआवजा एवं नौकरी दिलाये जाने की कृपा करें।

जिम्मेदार का जबाब
मैने खुद विश्वनाथ की जमीन का मुआयना किया है कॉलरी द्वारा जमीन अधिगृहित कि गई जिसका प्रमाणीकरण मेरे द्वारा कॉलरी प्रबंधन को दे दिया गया।
राजीव द्विवेदी
पटवारी हल्का, पसान

1993 मे कुछ मुआवजा इनका बना था और फसल नुकसानी भी दिया गया था रही बात और जमीन अधिगृहित करने की तो वह प्रस्तावित कौशल इंकलाइन के लिये थी लेकिन वह खदान किन्ही कारण बस खोली ही नही गई। जवाब कलेक्टर को दिया गया है।
भोला तिवारी
सर्वे आफिसर एसईसीएल, जमुना

तीन ट्रक पुरानी धान जप्त, थाने में कराया खड़ा

अनुपपुर। समर्थन मूल्य और बोनस पर धान खरीदी के पश्चात कृषकों के लिये कम एवं समिति प्रबंधकों तथा परिवहन ठेकेदार के लिये अधिक मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है। नये धान की कीमत पर पुरानी धान का परिवहन कर पांच सौ रूपयें प्रति क्विटल का सीधा खेल किया जा रहा है। १० मार्च को इसी खेल का एक अंश अनूपपुर में पकड़ाया, शिकायत के  बाद प्रशासन पुलिस से मामले की जांच करायेगा।

अनूपपुर। प्रदेश शासन द्वारा जहां कृषि को लाभ का धंधा बनाने तथा कृषको को उनके हक का उचित दाम देने के लिये नागरिक आपूर्ति निगम विभाग को सौंपा था जिसके बाद किसानो की परेशानियों को देखते हुयें जिले में २३ धान खरीदी केन््र बनाये जिसके कार्य के लिये जिले के ही समितियों को इस कार्य का दायित्व सौंपा गया था लेकिन इस कार्य में ठेकेदार ने जिले में परिवहन के काम को छोड़कर समिति से सांठ-गांठ कर किसानो की धान की जगह व्यापारियों की धान को समिति के नाम से भेज कर योजनाओं का पलीता लगाने के साथ अपनी जेबे भरने में लगे हुये है।

मौसम का उठा रहे फायदा
शासन ने किसानो की उपार्जित धान को तीन महीने बाद भी परिहवन कर्ता द्वारा जिले से धान का उठाव नही किया गया। वहीं कई समितियों द्वारा परिवहन ठेकेदार के साथ मिलीभगत कर धान के खेल में पुरानी और सड़ रही धान को शामिल कर दिया। समितियों से विलम्ब से धान के उपार्जन में उसके खराब होने की वजह बारिश और मौसम को बतलाया जा रहा है। परिवहन ठेकेदार समितियों पर दवाब डालकर मनमानी करने पर उतारू है।

3 ट्रको की धान जप्त
धान के फर्जीवाड़ा अब भी बदस्तूर जारी है १० मार्च को तीन ट्रको में ट्रक क्रमांक एमपी १८ जीए २८१५, सीजी ०४ जेसी ८३०७ तथा एमपी १८ जीए ०६४५ में १६५० बोरी धान कृषक शेड कृषि मंडी अनूपपुर में रखने के लिये निगवानी तथा भलमुडी से लाई गई थी, गुणवत्ता विहीन धान को नॉन की मिलीभगत से खाली भी कराया जा रहा था।  मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों के हस्ताक्षेप के बाद धान की जांच की गई और उक्त तीनों ट्रको को वेयर हाउस के शाखा प्रबंधक के सुपूर्द कर दिया गया।

परिचालक ने खोला राज
ट्रक क्रमांक एमपी १८ जीए २८१५ के क्लीनर ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि यह धान शहडोल जिले के ब्यौहारी से लोड करके लाई गई है। १७ वर्षीय छोटू क्लीनर ने यह भी बतलाया कि दो और ट्रक निगवानी के नाम पर भरत राइस मिल शहडोल से लोड किये गये है। धान के फर्जीवाड़े में शहडोल  नॉन प्रबंधक आर.के. चौधरी की भूमिका स्पष्ट तौर पर संदिग्ध रही है।

कोतवाली में खड़े हुयें ट्रक
मामले की शिकायत सीईओं जिला पंचायत के पास पहुंचने के बाद तहसीलदार अनूपपुर महेश अग्रवाल को मौके पर भेजा गया जहां वे पंचनामा बनाने के बाद धान को कृषक शेड परिसर में वेयर हाउस शाखा प्रबंधक के सुपूर्द कर दिया गया जिसके बाद बिल्ली की तकवारी में दूध रखवाने की शिकायत कलेक्टर से हुई और उन्होने तीनों ट्रको को थाने में खड़ा कराने के साथ ही अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश तहसीलदार अनूपपुर को दिये।

और हो गया चमत्कार
परिवहन में आये धान को नियमत: नॉन के गुणवत्ता निरीक्षक के द्वारा जांच करने के पश्चात नॉन प्रबंधक की सहमति से वाहन से धान को अनलोड किया जाना चाहियें किन्तु अनूपपुर में नियमों की तिलांजलि दे दी गई है। वाहन चालक रहे श्री सोनी अब नॉन प्रबंधक की मिलीभगत से गुणवत्ता निरीक्षक का काम देख रहे है। तीनों ट्रको को खाली कराने की जिम्मेवारी भी वही निभा रहा था।

कलेक्टर के आदेश की अवहेलना
इस काले खेल में शामिल परिवहन ठेकेदार जकरिया के विरूद्ध राजेन्द्रग्राम में की गई गफलत के बाद कलेक्टर अनूपपुर ने नागरिक आपूर्ति के प्रबंधक को ब्लैक लिस्टेड करने के लिये निर्देशित किया था किन्तु नॉन प्रबंधक ने कलेक्टर के पत्र को कोई तबज्जो ही नही दी, और वह अब तक शासन की मंशा पर पलीता लगा रहा है।

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