इंदौर। मध्यप्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से लगातार आठवीं बार चुनावी मैदान में उतरने जा रही वरिष्ठ भाजपा नेता सुमित्रा महाजन ने आज कहा कि वह अपने किसी भी प्रतिस्पर्धी उम्मीदवार को कम नहीं आंक रही हैं।
सुमित्रा ने यहां भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘जंग में शत्रु को कभी कमजोर नहीं मानना चाहिये। मैं चुनावी जंग को चुनावी जंग की तरह ही लडूूंगी। लिहाजा मैं इंदौर लोकसभा सीट के किसी भी प्रतिस्पर्धी उम्मीदवार को कम नहीं आंक रही हूं।’
‘ताई’ के नाम से मशहूर 70 वर्षीय भाजपा नेता ने कहा कि वह ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के नारे के साथ चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने कहा, ‘मैं केंद्र सरकार की अगुवा कांग्रेस को महंगाई और देश की सुरक्षा के मुद्दों पर घेरते हुए ज्यादा से ज्यादा वोटों से चुनाव जीतने की कोशिश करूंगी।’ सुमित्रा वर्ष 1989 से लेकर अब तक बतौर सांसद इंदौर लोकसभा क्षेत्र की नुमाइंदगी करती आ रही हैं। पिछले सात लोकसभा चुनावों में इस सीट पर हालांकि भाजपा और कांग्रेस के बीच ही निर्णायक चुनावी मुकाबला होता आया है लेकिन सियासी जानकारों का अनुमान है कि भाजपा के 25 साल पुराने गढ़ में इस बार आम आदमी पार्टी (आप) के तीसरी ताकत के रूप में चुनावी मैदान में उतरने के बाद हार-जीत के समीकरण बदल सकते हैं।
आप ने वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अनिल त्रिवेदी (62) को इंदौर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल (46) लगातार दूसरी बार भाजपा का गढ़ भेदने की कोशिश कर रहे हैं। सुमित्रा ने पिछले चुनावों में पटेल को 11,480 मतों के नजदीकी अंतर से मात देकर लगातार सातवीं बार इंंदौर लोकसभा सीट जीती थी। पटेल को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के शुरू किये गये नये प्रयोग ‘प्राइमरीज प्रोजेक्ट’ के तहत पार्टी पदाधिकारियों ने इंदौर सीट के उम्मीदवार के रूप में 26 फरवरी को चुना था। इसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने उनकी उम्मीदवारी पर औपचारिक मुहर लगा दी।