ग्वालियर। बेटे को डॉक्टर बनाने की हसरत में पिता भी जालसाजी से नहीं चूका। 3 लाख रूपए में बेटा बिना पीएमटी दिए ही डॉक्टर बन रहा था। यह सुनकर सौदा कर लिया। फर्जीवाडे का राज खुला तो पुलिस ने बेटे के साथ पिता को भी दबोचा।
टीआई झांसी रोड एचएल प्रजापति ने बताया भिंड के रौन निवासी आदिम जाति कल्याण विभाग में क्लर्क करन सिंह रायपुरिया ने फर्जी तरीके से बेटे जवर सिंह को पीएमटी कराने से रोका नहीं बल्कि आगे बढ़कर खुद एजेंट ज्ञान सिंह से सौदेबाजी की। एडवांस के तौर पर 5 हजार रूपए दिए।
तय किया जवर सिंह परीक्षा में नहीं बैठेगा। जवर के परीक्षा पास होने पर करन ने 2 लाख 95 हजार रूपए चुकता किए। जवर को फर्जी तरीके से डॉक्टर बनाने के लिए करन सिंह ने पत्नी के गहने तक बेच दिए। पुलिस ने करन सिंह को दबोच कर उससे पूछताछ की। शुरू में तो करन ने पुलिस को बहलाना चाहा लेकिन फिर टूट गया। पुलिस ने उसे फर्जीवाडे में शामिल होने पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।