भोपाल। व्यापामं घोटाले में केवल कॉलेज संचालक, व्यापमं के अधिकारी और भाजपा के नेता ही शामिल नहीं थे बल्कि ABVP के नेताओं ने भी इसमें जमकर मलाई चाटी है।
सूत्र बताते हैं कि उन दिनों फुलपॉवर में चल रहे एक पंडितजी ने व्यापमं अधिकारियों पर अपना पूरा दबदबा बनाए रखा था। उन्होंने जितने भी नाम व्यापमं की ओर भेजे वो सभी पास हो गए। उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग में कई प्रोफेसरों के ट्रांसफर कराने में पंडितजी ने मोटी रकम बनाई है। इसके अलावा संस्कृत बोर्ड और कई अन्य संस्थाओं से बिना परीक्षा के 12वीं कराने का काम भी नेताजी कर चुके हैं।