सिर्फ इश्तहारी खैरख्वाह मत बनिये मनमोहन जी

राकेश दुबे@प्रतिदिन। आम चुनाव नजदीक  आते ही केंद्र सरकार को बहुत से ऐसे कार्यक्रम याद  आने लगे हैं, जो  पिछले कई सालों से ठंडे बस्ते में डले थे | प्रधानमंत्री ने आज एक ऐसे ही कार्यक्रम वक्फ विकास निगम की नीव रखी |
यह भी ठीक वैसा ही कार्यक्रम है जैसा की पिछले दिनों एक समाज को अल्पसंख्यक घोषित करना | वक्फ की संपत्तियों का प्रबन्धन स्वतंत्र निकाय करता है अब सरकार निगम बना कर क्या करेगी समझ से परे  है |प्रधानमंत्री जब इस विषय पर बोल रहे थे इसी दौरान एक शख्‍स ने अचानक अपनी जगह से उठकर पीएम का विरोध करना शुरू कर दिया।

विरोध करने वाले शख्‍स एम. फहीम बेग ने कहा कि सरकार की किसी भी योजना का लाभ आम जनता को नहीं मिल रहा है। नेशनल वक्फ डेवलंपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड (एनएडब्ल्यूएडीसीओ) के  उद्घाटन  अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के सशक्तीकरण के लिए और कदम उठाए जाएंगे। 

प्रधानमंत्री ने जैसे ही अपना भाषण समाप्त किया, बेग अपनी सीट से उठ खड़े हुए और उन्होंने चिल्ला कर कहा कि सरकार की किसी भी योजना का लाभ आम जनता तक नहीं पहुंच रहा है। बेग का कहना था जब सरकार पहले से लागू कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन ही सही तरीके से नहीं करा पा रही है, तो नई योजनाएं लागू करने की क्या जरूरत है? सम्मेलन कक्ष से बाहर निकाले जाने से पहले बेग ने कहा कि मैं अब तक डेढ़ सौ पत्र आपको लिख चुका हूं, लेकिन मेरी बात सुनी नहीं जा रही।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी, आप इसे दीवार पर लिखी इबारत की तरह पढ लीजिये | देश की  जनता इस वोट बटोरो अभियान और उसके रात दिन आते विज्ञापनों की असलियत समझती है, बेहतर है,इश्तहारी खैरख्वाह बनने की जगह कुछ ठोस करे | इन लालीपाप से तो समाज बंटेगा | चुनाव जरुर इस बंटवारे से जीते जाते रहे हैं पर अब सच में कुछ करने की जरूरत है |

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