भोपाल। आपको याद होगा पिछले दिनों छिंदवाड़ा के सांसद और केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ भोजपुर आए थे और उन्होंने अपील की थी कि आप कांग्रेस को जिताओ, मैं भोजपुर को छिंदवाड़ा बना दूंगा। अब आगे पढ़िए कितना विकसित और आधुनिक हो गया है कमलनाथ का छिंदवाड़ा।
यह मध्यप्रदेश का वो जिला है जहां अभी तक संचार के साधन तक नहीं पहुंचे हैं। तीन विधानसभा क्षेत्रों के 9 मतदान केन्द्र ऐसे स्थानों पर है जहां सूचनाएं भेजने का कोई भी साधन उपलब्ध नहीं है, जी हां कोई भी साधन नहीं है। ना मोबाइल का नेटवर्क, ना लेंडलाइन फोन और ना ही कोई वायरलेस सिस्टम।
बेचारे चुनाव आयोग को भी यहां सूचनाएं भेजने के लिए तेजी से दौड़ने वाले धावकों को पार्टटाइम जॉब पर रखना पड़ा ताकि सूचनाओं को मतदान केन्द्रों तक भेजा जा सके।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी महेश चन्द्र चौधरी ने बताया कि तैनात किए ये धावक हर दो घंटे में मतदान का प्रतिशत लेकर उन मतदान केन्द्रों पर पहुंचेंगे, जहां टेलीफोन या मोबाइल की सुविधाएं उपलब्ध होगी। प्रशासन ने जुन्नारदेव सौसर और अमरवाडा विधानसभा क्षेत्रों के लिए इस सुविधा को बहाल करने के लिए प्रशासन लगातार मोबाइल कंपनियों से बात कर रहा है।
हम यहां बताना चाहेंगे कि प्राइवेट कंपनियों के अलावा एक और मोबाइल सर्विस प्रोवाइड कंपनी है जिसका नाम बीएसएनएल रखा गया है। यह कंपनी केन्द्र सरकार के अधीन काम करती है और कमलनाथ भी केन्द्र सरकार में ही मंत्री हैं, इन इलाकों मे मोबाइल टॉवर लगाना कोई ज्यादा मुश्किल काम नहीं हो सकता, क्योंकि बीएसएनएल तो भारत के उन दुर्गम इलाकों में भी मिल जाता है जहां एयरटेल और आइडिया की खूबसूरत रिंगटोन गायब हो जाया करतीं हैं। बावजूद इसके कमलनाथ के छिंदवाड़ा में संचार सुविधाएं तक नहीं है।