भोपाल। विधानसभा चुनाव के दौरान दस लाख से अधिक का लेन-देन और सोनी की बड़ी खरीद-फरोख्त न केवल नेताओं, उम्मीदवार बल्कि आम आदमी के लिए भी महंगी पड़ सकती है। चुनावी माहौल में ऐसी हर गतिविधि पर आयकर की नजर होगी। आयकर विभाग किसी भी व्यक्ति से पूछताछ कर सकता है।
चुनाव में आयकर भूमिका तय होने के बाद विभाग की टीमें पूरी तरह तैयार हो चुकी हैं। उम्मीदवारों के चुनावी खर्च पर निगरानी रखने के लिए विभाग ने सभी 51 जिलों में यूनिट तैयार की है। ये यूनिट, टेन, नाके, एयरपोर्ट, होटल्स पर नजर रखेगा। चुनाव के दौरान काले धन पर रोक लगाने के लिए विभाग छापे की कार्रवाई भी करेंगी।
आयकर महानिदेशक अमरेंद्र कुमार तिवारी ने सोमवार को चुनिंदा पत्रकारों से चर्चा में बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर आयकर विभाग ने अपने मप्र में सभी 51 जिलों और छत्तीसगढ़ में 15 जिलों यूनिट तैयार कर ली है। तीन स्तरों पर यह युनिट बनाई गई है। उन्होंने बताया कि पहले स्तर पर हर जिले में आयकर अधिकारी या सहायक आयुक्त के नेतृत्व में यूनिट बनाई गई है। दूसरे स्तर पर कुछ जिलों को मिलाकर एक युनिट बनाई गई है।
इसका प्रमुख सब नोडल अधिकारी रहेगा। तीसरे स्तर नोडल अधिकारी रहेंगे। मप्र और छग में डिप्टी कमिश्नर स्तर एक नोडल अधिकारी बना दिया गया है।
चार शहरों में एयरपोर्ट इंटलीजेंस युनिट
आयकर विभाग ने मप्र और छग के चार शहरों में एयरपोर्ट इंटलीजेंस यूनिट पर बनाई है। यह यूनिट भोपाल, इंदौर, जबलपुर और रायपुर है।