भोपाल। रतनगढ़ हादसा को राजनीति का शिकार होने से बचाने की चुनाव आयोग की सभी कोशिशें बेकार हो गईं। राहुल गांधी के मरीजों को देखने जाने से पूर्व एसपीजी(स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) ने करीब आठ घंटे मरीजों को जैसे बंधक-सा बना रखा था। राहुल गांधी जब वहां पहुंचे, तो कांग्रेसियों ने राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए।
राहुल गांधी के 8 मिनिट के दौरे के लिए वहां जो कुछ भी हुआ उसे चुनाव आचार संहिता और मानवीय आदर्श आचरण संहिता का खुला बलात्कार ही कहा जा सकता है। सुरक्षा के नाम पर मरीजों व उनके परिजनों के साथ जो व्यवहार हुआ वो किसी अमानवीय अत्याचार से कम नहीं था।
अब सवाल यह उठता है कि अस्पताल में जिंदाबाद के नारे लगावाने वाले राहुल गांधी को नोटिस जारी करने की हिम्मत दिखा पाएगा चुनाव आयोग।