भोपाल। मध्यप्रदेश में दैनिक भास्कर अकेला ऐसा अखबार हुआ करता था जो लगभग हर खबर को प्रकाशित करता था, खबरों के साथ कभी कभी सौतेला व्यवहार हो जाता था परंतु खबरों की हत्या नहीं होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इस चुनाव में दैनिक भास्कर सही पत्रकारिता नहीं कर पाएगा।
पिछले कुछ दिनों से दैनिक भास्कर, शिवराज सिंह एवं उनके मंत्रियों के खिलाफ लग रहे आरोपों को प्रमुखता से स्थान दे रहा था। बस फिर क्या था नाप लिया गया डीबी मॉल की जमीन को। मध्यप्रदेश के तहसीलदारों का बस चले तो वो तीसरे माले पर बने फ्लेट को भी अतिक्रमण में बातकर उड़ा दें, ये तो मॉल था। निकाल दी 1.30 एकड़ जमीन अतिक्रमण में। नोटिस दे दिया है। या तो खुद हटा लो या हम हटा देंगे।
अब शुरू हो गई है प्रेशर की पॉलिटिक्स, घुटने टेको नहीं तो बुला लाएंगे इन्दौर वाले सरवटे को। बारूद लगाकर उड़ा देंगे डीबी मॉल और केवल मॉल नहीं उड़ाएंगे, इज्जत को भी धुआं धुआं कर देंगे।
अपनी समझ में तो यह नहीं आता कि जब बीच भोपाल में इतना बड़ा मॉल बनाया जा रहा था तब क्या जिला प्रशासन, नगरनिगम, एसडीएम और तहसीलदारों के आखों में मोतियाबिंद हो रखा था।
खैर जो भी हो, फिलहाल दैनिक भास्कर प्रेशर में है। मॉल बचाना है तो घुटने टेकने ही होंगे, चुनावों में पत्रकारिता नहीं कर पाएंगे, सिंधिया और कांग्रेस को भी तवज्जो नहीं दी जाएगी।
इसे कहते हैं शेर की दाड़ बांधना।