देश के चंदन तस्कर गिरोह में मध्यप्रदेश वनविभाग के अफसरों के नाम

shailendra gupta
भोपाल। चंदन तस्करों ने मध्यप्रदेश को इन दिनों अपना नया ठिकाना बना लिया है। यही वजह है कि आंध्र प्रदेश से अवैध तरीके से चंदन लाकर यहां के गोदामों में रखा जा रहा है। इसके बाद यहां से सडे़ हुए आलू और फलों के बोरों के नीचे मप्र से वाया नागपुर होते हुए मुंबई डाक यार्ड में लाकर एक्सपोर्ट किया जा रहा है।

यह खुलासा हाल ही में नागपुर महाराष्ट्र के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने मप्र के प्रधान मुख्य वन संरक्षक आरएस नेगी को पत्र लिखकर किया है। पत्र में कहा गया है कि मप्र के छोटे वन अफसर इन तस्करों से मिले हुए हैं। यही वजह है कि मप्र में प़़डने वाली वन चौकियों से चंदन से भरे ट्रक आसानी से महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं।

एपीसीसीएफ ने कहा कि हाल ही में धुले के टोल नाका पर महाराष्ट्र के वन अफसरों ने ट्रक नंबर टीएन 69 एसी 7716 को पकड़ा है। इस ट्रक में चंदन के बडे़-बड़े लठ्ठे मिले हैं। जो स़़डे हुए आलू की बोरियों में छिपा कर ले जाए जा रहे थे। ट्रक को वन संरक्षण अधिनियम के तहत राजसात कर लिया गया है।

एपीसीसीएफ ने कहा कि ट्रक में जो चंदन मिला है वह केवल आंध्रप्रदेश में पैदा होता है। उन्होंने कहा कि आंध्र से चंदन को पहले मप्र लाया जाता है उसके बाद होशंगाबाद, पिपरिया नागपुर के रास्ते से महाराष्ट्र में प्रवेश कराया जा रहा है।

मंडीदीप में 5 करोड़ का चंदन

आंध्र प्रदेश की इंटरस्टेट इंटेलीजेंस की सूचना पर मप्र के वन विभाग ने मंडीदीप में 12 मई को तस्करों को 5 करोड़ के चंदन सहित पकड़ा था। इस मामले में भोपाल निवासी मुफीद पकड़ में आया है। वन विभाग अभी भी अंतरराज्यीय गिरोह और उसके सरगने से काफी दूर है। वन विभाग के अफसरों का मानना है कि इस गिरोह के तार चेन्नई से जुडे़ हैं।


भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
Facebook पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!