भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर की माने तो भाजपा के ओम नमो शिवाय में नमो का अर्थ नरेंद्र मोदी से है, लेकिन शिवाय का मतलब शिवराज नहीं है। शिवाय तो भगवान शिव के लिए कहा गया है।
एक टीवी चैनल से चर्चा में गौर ने कहा कि भाजपा को यदि प्रधानमंत्री पद के लिए उदारवादी चेहरा चाहिए होगा तो मोदी की जगह पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी आएंगे। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के नेता हैं और नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय नेता। इसलिए मोदी को पार्टी में सभी को नेता स्वीकार करना होगा।
मोदी और शिवराज सिंह के बीच प्रतिस्पर्धा के सवाल पर गौर का कहना था कि कभी-कभी लगता है कि प्रतिस्पर्धा है, लेकिन अब मोदी को पार्टी ने ही राष्ट्रीय नेता तय कर लिया है। आज भी आडवाणी के नेतृत्व को हम सब मानते हैं। अटलजी और आडवाणी का योगदान अतुलनीय है।
आडवाणी जी सवर्मान्य नेता के तौर पर हैं। उनका स्थान पूरे राष्ट में है। अब नरेंद्र मोदी प्रदेश से देश और विदेशों में अपनी पहचान बनाएंगे। उल्लेखनीय है कि अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर गौर ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के पहले ही उनकी पैरवी की थी।