नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राघवजी का नौकर के साथ कुकर्म की सीडी बनवाकर राजनीतिक रूप से उन्हें तबाह करने वाला शिवशंकर पटेरिया कोई और नहीं बल्कि राघवजी के बंगले का पिछले तीन माह से चक्कर काटने वाला व्यक्ति है।
पार्टी में अनदेखी से परेशान होकर वह राघवजी से हमेशा काम मांगने जाता था, लेकिन जब उन्होंने उसकी कोई सहायता नहीं की तो उसने नौकर को पटाकर सीडी बनवाने की योजना बनाई। पटेरिया ने दावा किया है उसके पास 22 और नेताओं की सीडी है।
निलंबित किए जाने के बावजूद खुद को भाजपा का सच्चा कार्यकर्ता बताने वाले इस शख्स ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ विधानसभा चुनाव भी लड़ा है। सन 1988 में मंडी बमोरा के सरपंच के रूप में राजनीति की शुरुआत करने वाला 51 वर्षीय पटेरिया उर्दू शायरी का शौकीन है। अपनी शायरी से अक्सर प्रदेश भाजपा नेतृत्व को प्रभावित करने की कोशिश करता रहा है।
वह अक्सर कहता है, 'ये कब्र, ये कफन, ये जनाजे, रश्म-ए-दुनिया है। मर तो इंसान तब ही जाता है जब याद करने वाला कोई न हो।' पिता को संघ का सेवक करार देते हुए वह कहता है कि वह हमेशा भाजपा के साथ रहेगा। पार्टी ने उसे निलंबित किया है, उसे बर्खास्त नहीं किया गया है।